शतायु बरगद से मिले मचांदूर हेरिटज क्लब के बच्चे
मचांदूर (दुर्ग)। मचांदूर स्कूल में गठित मां शीतला हेरिटेज क्लब के बच्चों ने अपनी पहली गतिविधि के तहत गांव के शतायु बरगद से मुलाकात की। शिक्षक प्रभारी खेमलता गोस्वामी ने बूढ़े बरगद के इतिहास से बच्चों का परिचय कराते हुए बरगदों के इतिहास के बारे में रोचक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह एक बहुवर्षीय पेड़ है। इसका बीज अत्यंत छोटा और वृक्ष विशाल होता है।
श्रीमती गोस्वामी ने बच्चों को बताया कि यह अपनी शाखाओं से जड़ें निकालकर उन्हें धरती की ओर भेजता है जो स्तंभों के रूप में परिवर्तित हो जाते हैं। देश में सैकड़ों साल पुराने बरगद हैं। कोलकाता के बाटनिकल पार्क में 250 वर्ष से भी पुराना एक बरगद का पेड़ है। बरगद को शिव का प्रतीक माना गया है।
इस अवसर पर बच्चों ने पुराने पीपल, प्राचीन मां शीतला मंदिर का भी भ्रमण किया। गांव में अपने आसपास उपलब्ध इन स्थलों को नए नजरिये से देखना बच्चों के लिए एक सुखद अनुभूति थी। बच्चों ने इस भ्रमण में मिली जानकारी अपने परिजनों एवं अन्य बच्चों के साथ साझा की। उन्होंने गांव के बुजुर्गों से स्थानीय संस्कृति से जुड़ी किंवदंतियों के विषय में भी जाना। श्रीमती गोस्वामी ने बताया कि बच्चों के लिए तो यह एक अद्भुत अनुभव था ही, स्वयं उन्होंने भी इसमें काफी आनंद लिया। इस क्लब का गठन हाल ही में 22 नवंबर को किया गया है। अपनी संस्कृति और विरासत से जुड़ने की यह उनकी पहली गतिविधि थी।