गिधवा में लगता है 180 प्रजाति के पंछियों का मेला
बेमेतरा। गिधवा परसदा पक्षी विहार में प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षियों का मेला लगता है। पिछले साल ही सरकार ने इसे पक्षी विहार घोषित किया है। अब तक यहां 180 प्रजाति के देशी विदेशी पक्षियों की पहचान की गई है। सर्दियों के अंत तक यहां के छिछले जलीय क्षेत्र में 20 हजार से अधिक प्रवासी पक्षी अपना डेरा डाल चुके होते हैं।
वनमण्डलाधिकारी दुर्ग शशिकुमार भावसे एवं कलेक्टर बेमेतरा विलास भोसकर संदीपान ने संयुक्त रूप से पक्षी संरक्षण हेतु गिधवा, नगधा, परसदा, मुरकुटा, एरमशाही तथा आसपास क्षेत्र के लिए कार्य योजना तैयार की है। वन विभाग एवं जैव विविधता संरक्षण बोर्ड द्वारा ग्राम नगधा में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बर्ड्स इंटरप्रिटेशन सेंटर तथा पक्षी जागरूकता केन्द्र बनाया जाना है। कलेक्टर द्वारा इसके लिए वन विभाग को भूमि उपलब्ध कराया गया है। गिधवा-परसदा पक्षी विहार घोषित होने से पक्षी संरक्षण साथ-साथ, ग्रामवासियों को अतिरिक्त रोजगार व्यवसाय का अवसर प्राप्त होगा तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्र का पहचान बनेगा।
पक्षी गणना एवं पहचान तथा ई-बर्ड्स के माध्यम से प्रशिक्षित ग्रामीण वालेटिंयर द्वारा किया जा रहा है। लगभग क्षेत्र में 180 से अधिक प्रजाति के पक्षी की पहचान की जा चुकी है। तथा एक वर्ष में 20 हजार पक्षी का रहवास देखें गये है। वनमंडलाधिकारी दुर्ग द्वारा फ्रुट प्लांटेशन बावामोहतरा का दौरा किया गया, जहां महिला समूह के लिये अतिरिक्त आय हेतु फलदार पौधों का ही रोपण किया गया है। जो कि वनसंरक्षण के साथ-साथ आय का स्त्रोत होगा। बेमेतरा उपवनमंडलाधिकारी एम.आर.साहू, वन परिक्षेत्र अधिकारी आर.एस. चंदेल उपस्थित थे।
(Photo Credit – KalingTV)