Garba and Dandiya in Confluence College

गरबा एवं तालियों की गूंज से जागृत होती हैं माता भवानी – अलका पांडे

राजनांदगांव. कान्फ्ल्यूऐंस कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई,बेस्ट प्रैक्टिस सेल, आइ.क्यू.ए.सी. विभाग एवं महिला प्रकोष्ठ द्वारा नवरात्रि के उपलक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्राचार्य डॉ. रचना पांडे के निर्देशन तथा कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस प्रो. विजय मानिकपुरी के नेतृत्व में गरबा, डांडिया प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में संगीत पर अतिथि, प्राचार्य, निर्णायक और विद्यार्थी झूमते रहे.
रेडियो उद्घोषक अलका पांडे कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं. महाविद्यालय के संचालक संजय अग्रवाल एवं अपोलो कालेज के प्राचार्य डॉ. सिद्धार्थ जैन कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे. निर्णायक के रूप में समाजसेवी उषा अग्रवाल एवं सुरभि अग्रवाल उपस्थित थीं. गर्भदीप प्रज्ज्वलन पश्चात गरबा प्रारंभ किया गया.
प्रो. विजय मानिकपुरी ने बताया कि अंतर विभागीय गरबा प्रतियोगिता में 6 समूह ने भाग लिया जिसमें से विजेता समूह को अंतर महाविद्यालयीन स्तर प्रतियोगिता हेतु अपोलो कॉलेज के लिए चिन्हित किया गया.
मुख्य अतिथि अलका पांडे ने कहा कि गरबा यानी कि गर्भदीप जो गोल घेरे में नृत्य कर मां दुर्गा को प्रसन्न करते हैं तालियों की गूंज से मां भवानी जागृत होती है, विद्यार्थियों की आराधना सराहनीय है.
प्राचार्य डॉ.रचना पांडे ने कहा कि भक्ति और साधना का मार्ग गरबा है, विद्यार्थियों में प्रतियोगिता से संस्कृति एवं सनातन धर्म को जानने का माध्यम बनेगा. विशिष्ट अतिथि संजय अग्रवाल ने कहा कि भारतीय त्योहार हर एक त्यौहार अपने इतिहास के आधार पर मनाया जाता है, नवरात्रि मां के नौ रूपों की पूजा एवं अर्चना का पर्व है और इस आयोजन से सभी मां के पूजन में सम्मिलित गरबा करके हुए हैं. गरबा प्रतियोगिता का निर्णय देते हुए प्रिया एवं सतरंगी समूह को अपोलो कॉलेज, दुर्ग के अंतर महाविद्यालय प्रतियोगिता हेतु चयन किया गया निर्णयाको ने कहा कि आज के समय में नवरात्रि में धूमधाम से गरबा नृत्य हो रहे हैं यहां पर विद्यार्थियों ने गरबा नृत्य का जबरदस्त प्रदर्शन किया समूह में 26 लोगों ने अपने अच्छे तालमेल एवं वेशभूषा का प्रदर्शन किया.

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