Job fraud, police nab one

बेटी को नायब तहसीलदार और बेटे को एम्स में लगवाने के लिए दिए थे 15 लाख

भिलाई। लोग किस तरह नौकरी खरीदने के झांसे में आ जाते हैं और ठगी का शिकार हो जाते हैं इसका एक ताजा उदाहरण सामने आया है. निमाई देबनाथ ने बेटी को नायब तहसीलदार बनाने और बेटे को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में नौकरी लगवाने के लिए 15 लाख रुपए की रिश्वत दी थी. फरवरी 2021 में रुपए देने के बाद से वे अपने बच्चों की नौकरी लगने का इंतजार कर रहे थे. पर न तो बच्चों की नौकरी लगी और न ही उन्हें उनके रुपए वापस मिले. अंततः उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी. स्मृति नगर पुलिस ने बताया कि सूचना पर 30 अगस्त 2022 को अपराध क्रमांक 836/22 धारा 420, 34 दर्ज किया गया. विवेचना पश्चात एसपी दुर्ग डॉ अभिषेक पल्लव, अति. पुलिस अधीक्षक शहर संजय ध्रुव, नगर पुलिस अधीक्षक निखिल राखेचा के निर्देशन एवं थाना प्रभारी दुर्गेश शर्मा के मार्गदर्शन में स्मृति नगर चौकी प्रभारी युवराज देशमुख की गश्ती टीम ने श्रेयांश कुमार यादव को दबोच लिया. श्रेयांश पिता अरुण कुमार यादव उम्र 38 साल पिछले तीन माह से फरार चल रहा था. श्रेयांश को आज दुर्ग न्यायालय में प्रस्तुत कर जूडिशियल रिमांड पर लिया गया है. इस कार्यवाही में स्मृति नगर चौकी प्रभारी युवराज देशमुख, सउनि राजेन्द्र देशमुख, आरक्षक तुषार, जी लक्ष्मीनारायण की उल्लेखीय भूमिका रही.

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