एसआरजीआई में “एक्सप्लोरिंग बिजनेस एज ए करियर” पर विशेष सत्र
भिलाई. संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, रूंगटा नॉलेज सिटी, भिलाई के तत्वावधान में इंटरप्रेन्योरशिप एंड इनोवेशन सेल द्वारा प्रख्यातटेडएक्स वक्ता,एसपी जैन स्कूल ऑफ ग्लोबल मैनेजमेंट, मुंबई के एसोसिएट प्रोफेसर प्रो समीश दलाल द्वारा एक विशेष सत्र आयोजित किया गया था. सत्र दो पारियों में आयोजित किया गया था, पहला उन छात्रों के लिए जो बिजनेस मैग्नेट बनने के इच्छुक थे और दूसरा उन शिक्षकों के लिए जो जनरेशन जेड कक्षा के माहौल में शिक्षण की नई पद्धतियों को लागू करने का प्रयास कर रहे थे.
पहले सत्र की शुरुआत श्री दलाल की ऊर्जावान प्रस्तुति के साथ हुई. उन्होंने सत्र को तीन भागों में विभाजित किया: सीखना, विकास और निपुणता. उनके अनुसार, ऐसे समय में जब जनरेशन अल्फा बहुसंख्यक उपभोक्ता बाजार पर राज कर रहा है, एक सफल व्यवसाय के निर्माण के ये तीन पहलू हैं.
दूसरा सत्र जनरेशन ज़ेड शिक्षार्थियों के लिए बनाए गए शिक्षण दृष्टिकोण से संबंधित था. अपने उत्साही व्यवहार के साथ, श्री दलाल ने एक ऐसा पाठ बनाने पर अपनी अंतर्दृष्टि साझा की जो छात्रों को निष्क्रिय श्रोता होने के बजाय खोजने और सीखने में मदद करता है. कॉनकोर्स को आरईएस ढांचे द्वारा रेखांकित किया गया था, जिसमें आर का संबंध रिलेट, ई के लिए एनगेज, और एस का सिंपल लैंग्वेज के लिए था. इस ढांचे को सीखने के तीन तरीकों से लागू किया जा सकता है: लिखना, सुनना और क्रियान्वित करना. सत्र का एक आकर्षण छात्रों द्वारा प्रदान की गई सामग्री का उपयोग करके कहानियों को मंथन करने की प्रक्रिया का अभ्यास करने वाले शिक्षकों पर उनका दृष्टिकोण था.
सभी प्रतिभागियों ने इसज्ञानवर्धकसत्र में भाग लेने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की. इस मौके पर एसआरजीआई के प्राचार्य, डीन व एचओडी भी मौजूद रहे. एसआरजीआई के चेयरमैन संजय रूंगटा और डायरेक्टर साकेत रूंगटा ने इस युग में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए छात्रों को उद्यमिता और नवाचार की पहचान प्रदान करने की अनिवार्यता पर बल दिया है.