लिमिट में रहकर मनाएं छुट्टियां, वरना पकड़ सकती है यह बीमारी
इस समय सभी लोग बेसब्री से क्रिसमस और न्यू ईयर की छुट्टियों का इंतजार कर रहे हैं. लोगों ने घूमने-फिरने से लेकर लंबी पार्टी करने का प्लान बनाया है. पर डाक्टरों की सलाह है कि इस दौरान शराब और चखने पर लिमिट क्रास न करें वरना आपके दिल की धड़कनें रुक सकती हैं. दिन भर थोड़ा थोड़ा पीते रहना भी घातक सिद्ध हो सकता है. इस नई बीमारी को हॉलिडे हार्ट सिंड्रोम का नाम दिया गया है.
दरअसल, अत्यधिक मात्रा में शराब पीने और जंक फूड खाने से रक्त में एथनॉल की मात्रा बढ़ जाती है. इसका दिल पर बुरा प्रभाव पड़ता है. यह उन्हें भी अपनी गिरफ्त में ले सकता है जिनकी सेहत एकदम चाक चौबंद हो. शराब का अत्यधिक सेवन करने पर अल्कोहल इंड्यूस्ड एट्रियल अरीदमिया की शिकायत हो सकती है. यह बढ़े हुए एथनॉल लेवल के कारण होता है. नवभारतटाइम्स ने क्लीवलैंड क्लिनिक के हवाले से कहा है कि इसके मामले लंबी छुट्टियों में बढ़ जाते हैं. इसीलिए इसका नाम हॉलिडे हार्ट सिंड्रोम रखा गया है. दिल से संबंधित यह गड़बड़ी अत्यधिक नमकीन चखना और शराब के कारण हो सकता है. यह बहुत अधिक जश्न मनाने का एक खतरनाक दुष्प्रभाव है. लंबे समय में यह हार्ट फेल और स्ट्रोक सहित गंभीर दिल की समस्याओं का कारण बन सकता है.
हॉलीडे हार्ट सिंड्रोम में मुख्यतः यह लक्षण पाए जाते हैं. दिल की धड़कनों का तेज हो जाना, अकारण थकान महसूस होना, चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना, सीने में दर्द, दबाव या बेचैनी तथा आराम की स्थिति में भी सांस लेने में कठिनाई महसूस करना.
आराम करने पर भी सांस लेने में कठिनाई होना
हॉलिडे हार्ट सिंड्रोम को ठीक किया जा सकता है पर यह कई जानलेवा मेडिकल कंडीशन से जुड़ा होता है. यदि इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाए तो स्थिति तेजी से बिगड़ सकती है. यह थ्रोम्बोएम्बोलिज्म का कारण बन सकती है जो रक्त के थक्के द्वारा रक्त वाहिका में बाधा पैदा करता है.
एक स्वीडिश अध्ययन में पाया गया कि क्रिसमस और नए साल की छुट्टियों के दौरान इसका जोखिम बढ़ जाता है. 75 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों, डायबिटीज और कोरोनरी धमनी रोग के मरीजों को अधिक बचाव की जरूरत होती है. यह अध्ययन 16 साल तक अवकाश के दिनों में होने वाली बीमारियों का आंकड़े जुटा रहा था. इसलिए छुट्टियों में हाइक पर जाएं, मौज मस्ती करें पर अपने खान-पान में ज्यादा बदलाव न करें. प्रोसेस्ड या पैकेज्ड फूड से बचें. शराब लिमिट में ही पियें. कसरत बंद न करें. यदि कोई दवाई चल रही हो तो उसे लेने में लापरवाही न करें.