Inter College Singing competition in SSMV

शंकराचार्य महाविद्यालय में सुगम संगीत स्पर्धा का आयोजन

भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय एवं हेमचंद यादव विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में युवा महोत्सव 2023 के अंतर्गत अंतिम दौर की प्रतियोगिता सुगम संगीत का आयोजन किया गया. मुख्य अतिथि एवं निर्णायक के रूप में जम्मी सुधा परिमाला, प्राचार्य-साईं संगीत कला केन्द्र पदुमनगर, भिलाई-3, अनुष्का पाण्डेय संगीत अध्यापिका डी.पी.एस., दुर्ग एवं विश्वविद्यालय की ओर से पर्यवेक्षक के रूप में भूपेन्द्र कुलदीप, रजिस्ट्रार उपस्थित थे.
प्राचार्या डाॅ. अर्चना झा ने अपने स्वागत भाषण में अतिथियों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि संगीत वह साधना है जिसके द्वारा ईश्वर से साक्षात्कार होता है. संगीत अवसाद से मुक्ति दिलाता है तथा मानसिक शांति प्रदान करता है. उन्होने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी साथ ही उन्होने विश्वविद्यालय की कुलपति डाॅ. अरूणा पल्टा एवं डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव तथा समस्त विश्वविद्यालयीन परिवार का आभार व्यक्त किया कि हमारे महाविद्यालय को प्रतियोगिताओं के आयोजन का दायित्व प्रदान किया.
इस प्रतियोगिता में कुल 07 महाविद्यालयों शासकीय स्वामी विवेकानन्द महाविद्यालय कबीरधाम, सेंट थामस काॅलेज, रूआबांधा, भिलाई, साई महाविद्यालय सेक्टर-6, भिलाई, आपोलो काॅलेज, दुर्ग, श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी, भिलाई एवं शासकीय व्ही.वाय.टी.पी.जी. आॅटो. काॅलेज, दुर्ग ने भाग लिया. जिसमें छात्र-छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी, हिन्दी एवं भक्ति गीत गाकर सुरो की मोहक प्रस्तुति दी.
निर्णायक जम्मी सुधा परिमाला ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि सुगम संगीत बिना संगीत उपकरणों के अधुरा है. संगीत प्रतियोगिता में उसके नियमों का अक्षरतः पालन करना चाहिए. अनुष्का पाण्डेय ने कहा कि संगीत में हारमोनियम का विशेष स्थान है जिसके बिना संगीत अधूरा है. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री कुलदीप ने सभी प्रतिभागियों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की शुभकामनाएं दी तथा चयनित होने वाले प्रतिभागियों को अग्रिम बधाई देते हुए कहा कि कर्नाटक में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे और हमारे विश्वविद्यालय का नाम रोशन करेंगे.
महाविद्यालय के प्राचार्य एवं डीन (अकादमिक) एवं विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार द्वारा निर्णायको को स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका सम्मान किया.
महाविद्यालय के डीन (अकादमिक) डाॅ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि निर्णायकों द्वारा बताये गये सलाह को मानकर सभी प्रतिभागी अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं. डीन (अकादमिक) ने हृदय से सभी का आभार व्यक्त किया.
संचालन महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापिका माधुरी वर्मा द्वारा किया गया. कार्यक्रम में प्रीति श्रीवास्तव एवं डाॅ. लक्ष्मी वर्मा कार्यक्रम समन्वयक सहित महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण एवं बड़ी संख्या में अन्य महाविद्यालय से आए छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.

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