Planning must for development of institution

संस्थागत विकास के लिये कार्ययोजना का होना जरूरी – डाॅ प्रीतालाल

दुर्ग. शासकीय डाॅ वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में उच्च शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा दुर्ग संभाग के महाविद्यालयों के लिये संस्थागत विकास योजना हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के द्वारा उच्च शिक्षा के अंतर्गत महाविद्यालयों के विकास के लिये विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश के तहत शासकीय महाविद्यालयों में संस्थागत विकास योजना का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है.
क्षेत्रीय अपर संचालक उच्च शिक्षा विभाग डाॅ. सुशील चन्द्र तिवारी ने बताया कि इसके क्रियान्वयन के लिये संभाग स्तर पर समिति गठित की गई है. जिसके द्वारा आज संभाग के विभिन्न शासकीय महाविद्यालयांे के लिये कार्यशाला आयोजित की गई.
कार्यशाला का शुभारंभ हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की महाविद्यालय विकास परिषद की संचालक डाॅ. प्रीतालाल ने किया. उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि महाविद्यालय के समग्र विकास के लिये कार्ययोजना तैयार कर कार्य करने से आसानी होती है. नैक मूल्यांकन के पश्चात् महाविद्यालय के अकादमिक, अधोसंरचना, शोधकार्य, खेलकूद, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करना और उसका उचित क्रियान्वयन कर मूल्यांकन करना मूल उद्देश्य है.
इस कार्यशाला में विषय-विशेषज्ञ विकास पंचाक्षरी, डाॅ. कुसुमांजली देशमुख, डाॅ. अनिता साहा, डाॅ. मनीष कालरा, डाॅ. अमिता सहगल ने संस्थागत विकास योजना के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत प्रकाश डाला. इस कार्यशाला में राजनांदगांव, कबीरधाम, बालोद, बेमेतरा, खैरागढ़, मानपुर-मोहला, दुर्ग जिले के विभिन्न शासकीय महाविद्यालयों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे.
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. ऋचा ठाकुर ने किया.

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