फास्टफूड ही नहीं गलत बर्तन भी बढ़ाते हैं कैंसर का जोखिम – डॉ चौबे
भिलाई। एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग में आज विश्व कैंसर दिवस मनाया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने कहा कि आधुनिक युग में खान-पान तो बिगड़ा ही है गलत बर्तन भी कैंसर जैसी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ज्यादा तेल के उपयोग से बचने लाया गया नॉनस्टिक कुकवेयर में ऐसे हेवी मेटल्स का उपयोग करता है जो शरीर में प्रवेश करने के बाद मुसीबतों को जन्म दे सकते हैं.
इससे पहले मेजबान एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य डैनियल तमिल सेलवन ने कहा कि गलत खानपान और आरामतलब जीवनशैली के कारण स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं. कैंसर भी इसका एक हिस्सा है. उन्होंने कहा कि सादा, ताजा भोजन और सक्रिय जीवनशैली रोगों से बचा सकता है. कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो रोगी के साथ ही उसके पूरे परिवार को अपनी चपेट में ले लेता है.
एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग की उप प्राचार्य सिजी थॉमस ने कैंसर के मनोवैज्ञानिक पहलू पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कैंसर मरीज के मनोबल को भी तोड़ देती है. इसे दूर करने में समाज की बड़ी भूमिका हो सकती है.
व्याख्याता प्रीति ने कैंसर के विभिन्न प्रकारों, कैंसर के विभिन्न स्टेज और उसके इलाज के विभिन्न विकल्पों के बारे में विस्तार से बताया.
सहायक प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने कहा कि कैंसर के जो आंकड़े हमारे सामने हैं वो उन मरीजों के हैं जो अस्पताल पहुंच चुके हैं. अधिकांश मामले तीसरे या चौथे स्टेज में सामने आते हैं. मतलब साफ है कि कैंसर पीड़ितों की संख्या इससे कहीं अधिक है.
बीएससी नर्सिंग चतुर्थ वर्ष की छात्रा टुम्पा राणा ने कैंसर से बचाव के उपायों की विस्तार से चर्चा की. कार्यक्रम का संचालन नर्सिंग की सहायक प्राध्यापक ममता सिन्हा ने किया.