MJ College signs MoU wigh ICAI for students benefit

एमजे सहित तीन कालेजों ने आईसीएआई के साथ किया एमओयू

भिलाई। देश में लेखाकर्म की शीर्ष संस्था इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउन्टेंट्स ऑफ इंडिया ने रविवार को एमजे कालेज सहित शहर के तीन वाणिज्य एवं प्रबंधन महाविद्यालयों स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय एवं रूंगटा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड मेनेजमेन्ट के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किये. आईसीएआई के वाइस सीए प्रेसिडेन्ट रंजीत अग्रवाल ने महाविद्यालयों के साथ समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया. समझौता ज्ञापन के तहत आईसीएआई महाविद्यालयों के साथ मिलकर काम करेगा ताकि वाणिज्य स्नातकों को रोजगार के लिए पूरी तरह तैयार किया जा सके.

एमओयू एक्सचेंज सेरेमनी में आईसीएआई के अकादमिक बोर्ड ऑफ स्टीज के प्रमुक सीए दयानिवास शर्मा, सेन्ट्रल काउंसिंल मेम्बर सीए अभय छाजेड़ एवं सीए अनुज गोयल, भिलाई ब्रांच की चेयरमैन सीए पायल जैन, सचिव सीए अंकेश सिन्हा, वाइस चेयरमैन सीए राहुल बत्रा, एक्स चेयरमैन सीए प्रदीप पाल, प्रोग्राम डायरेक्टर सीए सुरेश कोठारी, भिलाई ब्रांच के फाउंडर चेयरमैन सीए जेएल जैन, सीए हर्ष जैन, सीए पदम बरडिया, सीए एनके टांक, सीए एससी लेखवानी,सीए संजीव अग्रवाल, सीए अरविन्द सुराना, सीए नवीन जैन, सीए अजय सोमानी सहित तीनों महाविद्यालयों के प्रतिनिधि एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.

एमजे कालेज की तरफ से एमओयू पर डायरेक्टर एमजे ग्रुप ऑफ एजुकेशन की डायरेक्टर डॉ श्रीलेखा विरुलकर एवं प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने हस्ताक्षर किये. उप प्राचार्य एवं शिक्षा संकाय की अध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया, वाणिज्य संकाय के एचओडी विकास सेजपाल, एमजे कालेज ऑफ फार्मेसी के प्रभारी प्राचार्य डॉ राहुल सिंह, एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य प्रो. डैनियल तमिल सेलवन, उप प्राचार्य सिजी थॉमस, स्नेहा चन्द्राकर, दीपक रंजन दास, विशाल सोनी सहित अनेक विद्यार्थी उपस्थित थे.

स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय की तरफ से प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला एवं वाणिज्य की विभागाध्यक्ष शर्मिला सामल ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये. प्रबंधन की विभागाध्यक्ष खुशबू पाठक भी मौजूद थीं. रूंगटा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड मैनेजमेन्ट की तरफ से प्राचार्य डॉ ज्ञानेश श्रीवास्तव एवं डीन अकादमिक डॉ प्रीति नवीन यादव ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये.

इस अवसर पर वक्ताओं ने सीए प्रोफेशन के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ ही वाणिज्य के पाठ्यक्रम को रोजगारमूलक बनाने की आवश्यकता प्रतिपादित की. आईसीएआई द्वारा विद्यार्थियों के हित में उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी देने के साथ ही उन्होंने आने वाले समय के लिए इंस्टीट्यूट की प्राथमिकताओं एवं योजनाओं का रोडमैप भी शेयर किया.

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