Ragging awareness programme in SSSSMV

स्वरूपानंद महाविद्यालय में एंटी रैंगिग पर जागरूकता कार्यक्रम

भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में अनुशासन एवं एंटी रैगिंग कमेटी द्वारा “एंटी रैगिंग” विषय पर पोस्टर, स्लोगन, निबंध प्रतियोगिता एवं ओरिऐंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय के सभी विभागों के विद्यार्थियों ने अपनी सहभागिता दी। कार्यक्रम संयोजिका डॉ. दुर्गावती मिश्रा ने कहा रैगिंग में वरिष्ठ छात्रों द्वारा नवप्रवेशी छात्रों के साथ दुर्व्यवहार, अपमान या उत्पीड़न शामिल है. यह अक्सर घातक रूप ले लेता है जिसमें नए विद्यार्थी को मनोवैज्ञानिक या शारीरिक यातना का शिकार होना पड़ सकता है।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. दीपक शर्मा ने अनुशासन एवं एंटी रैगिंग सेल को बधाई दी कि उन्होंने विद्यार्थियों को जागरूक करने का प्रयास किया इससे महाविद्यालय परिसर में स्वस्थ वातावरण का निर्माण होगा।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा यूजीसी ने नियम निकाला था कि प्रत्येक महाविद्यालय में एंटी रैगिंग सेल बनाया जाना चाहिए जिसमें महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्राध्यापक सदस्य के रूप में होगें यह सेल विद्यार्थियों के रैगिंग से संबंधित समस्याओं का समाधान करेगा। आप जिस संस्थान में प्रवेश करते है उस संस्थान का वातावरण स्वस्थ होना चाहिए। जिसमें प्रत्येक विद्यार्थी के व्यक्तित्व का विकास हो सके। विद्यार्थी स्वतंत्र रूप से अपने विचार व्यक्त कर सकें, निडर होकर पढे़। यदि रैगिंग से संबंधित कोई समस्या आती है तो आप रैगिंग सेल में अपनी समस्या का समाधान कर सकते है व शारीरिक एवं मानसिक तनाव से मुक्त रह सकते है। कोई सीनियर एवं जुनियर नही होता है। सब मिलकर अपने महाविद्यालय का वातावरण स्वस्थ रखें। जुनियर, सीनियर से प्रश्न पूछें एवं सीनियर, जुनियर की विषय संबंधी मदद करे। अच्छा व्यवहार एवं संबंध स्थापित कर महाविद्यालय को गौरावान्वित करें।
इस अवसर पर प्राचार्य महोदया ने महाविद्यालय के समस्त विद्यार्थियों को एंटी रैगिंग विषय पर शपथ दिलायी।
महाविद्यालय की उपप्राचार्य डॉ. अज़रा हुसैन ने कहा कि विद्यार्थी को अनुशासन एवं व्यवहार ऐसा बनाना चाहिए जिससे महाविद्यालय की गरिमा बनी रहे एवं विद्यार्थी यहां से पढ़कर निकले तो उन्हें गर्व महसूस हो।
एंटी रैगिंग विषय पर विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किये। निबंध प्रतियोगिता के परिणाम – प्रथम आंद्रा जयश्री बीए प्रथम वर्ष, द्वितीय स्नेहा कुमारी बीए प्रथम वर्ष, तृतीय मीहिका पाल बीसीए प्रथम वर्ष। स्लोगन प्रतियोगिता के परिणाम – प्रथम प्रिया परमार बीए प्रथम वर्ष, द्वितीय आंद्रा जयश्री बीए प्रथम वर्ष, तृतीय मीहिका पाल बीसीए प्रथम वर्ष।
पोस्टर प्रतियोगिता के परिणाम – प्रथम रेनुका वर्मा बीबीए प्रथम सेमेस्टर, द्वितीय राज वर्मा बीबीए प्रथम सेमेस्टर, अब्दुल हमीद बीए प्रथम वर्ष, तृतीय गुरलीन कौर बीबीए तृतीय वर्ष।
स्नेहा बीए प्रथम की छात्रा ने पूछा कि रैगिंग, क्रिमिनल है या सिविल है? इसके जवाब में प्राचार्य ने कहा कि रैगिंग क्रिमिनल है। बीकॉम प्रथम वर्ष नंदिनी कर ने पूछा कि दूसरे स्टीªम के छात्रों ने भी यदि दुर्व्यवहार किया तो उसे रैगिंग कहते हैं क्या? उसके जवाब में प्राचार्य ने कहा- हाँ, यदि आपको कोई शारीरिक एवं मानसिक रूप से प्रताड़ित करें तो उसे रैगिंग ही कहते है उसके विरूद्ध आप सेल को शिकायत कर सकते है और निदान पा सकते है।
इस अवसर पर डॉ. मीना मिश्रा विभागाध्यक्ष गणित उपस्थित थी। प्रतियोगिता के निर्णायकगण डॉ. पूनम निकुम विभागाध्यक्ष, शिक्षा एवं डॉ. शैलजा पवार स.प्रा. शिक्षा थे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती खुशबू पाठक विभागाध्यक्ष प्रबंधन एवं आभार प्रदर्शन डॉ. दुर्गावती मिश्रा स.प्रा. शिक्षा ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *