एमजे कालेज में दीपावली के मौके पर रामलीला का मंचन
भिलाई। एमजे कालेज में आयोजित दीपावली पूर्व समारोह में नर्सिंग की छात्राओं ने रामलीला का खूबसूरत मंचन किया. इसमें सीता स्वयंवर, राम वनगमन, सीता – हनुमान संवाद, रावण वध एवं श्रीराम-सीता-लक्ष्मण की अयोध्या वापसी का सुन्दर चित्रण किया गया. समारोह का शुभारंभ करते हुए एमजे समूह की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने प्रातः स्नान-ध्यान के महत्व के बारे में बताया.

डॉ श्रीलेखा ने बताया कि असाधारण सफलता के लिए अतिरिक्त मेहनत और रचनात्मकता की आवश्यकता होती है. इसके लिए दो ही रास्ते हैं. या तो रात जागकर अतिरिक्त कार्य किया जाए या फिर सुबह जल्दी उठकर भोर-भोर में कुछ काम निपटा लिये जाएं. इसमें सुबह का समय बेहतर होता है जब हम थके हुए नहीं होते.

उन्होंने कहा कि ठंड में दिन छोटे होने लगते हैं इसलिए भी लगभग सभी पंथों में सुबह उठने, स्नान-ध्यान के साथ काम काज शुरू कर देने का विधान है. दीपावली के दूसरे दिन जैन धर्म नया साल मनाता है. एक नए संकल्प के साथ नया साल शुरू करें. मंगल होगा. उन्होंने सभी को दीपावली एवं धनतेरस की शुभकामनाएं भी दीं.

विद्यार्थियों ने इस अवसर पर रामलीला के अलावा गौरी-गौरा पूजा, सुआ नृत्य-गीत एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये. एक दिन पूर्व आयोजित विभाग सजाओ प्रतियोगिता के पुरस्कारों का भी वितरण किया गया. इसमें प्रथम पुरस्कार एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग, द्वितीय पुरस्कार एमजे कालेज के शिक्षा संकाय को तथा तृतीय पुरस्कार एमजे कालेज फार्मेसी को प्रदान किया गया.
कार्यक्रम में एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे, एमजे कॉलेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य प्रो. डैनियल तमिल सेलवन, फार्मेसी कालेज के प्राचार्य राहुल सिंह सहित लगभग सभी व्याख्याता एवं सहायक प्राध्यापक उपस्थित थे.












