जनाकांक्षाओं के अनुरूप ढलना सरकारों की मजबूरी – ओपी चौधरी
भिलाई। सरकार वोटों से चलती है. यदि जनता को मातृवंदन योजना से खुशी मिलती है तो उसे सरकार को ऐसा ही करना पड़ेगा. पिछली बार धान के दो साल का बोनस नहीं दिया था तो सरकार चली गई थी. उक्त बातें छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने विद्यार्थियों के सवालों का जवाब देते हुए कहीं. वे 94.3 माय एफएम तथा वेदांतु के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित माय एडुफेस्ट के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे.
मुख्य अतिथि की आसंदी से समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को करियर प्लानिंग की सलाह दी. उन्होंने कहा कि प्लान ए के साथ ही प्लान बी, सी, डी भी तैयार रखना चाहिए. इससे तनाव कम होता है. यूपीएससी के लिए लाखों लोग तैयारी करते हैं पर गिनती के लोगों का ही सलेक्शन संभव है. इसी तरह एम्स और आईआईटी का सपना भी हर कोई देखता है पर सभी का दाखिला वहां नहीं हो सकता. इन संस्थाओं की अपनी सीमाएं हैं.
श्री चौधरी ने कहा कि वे एक छोटे से गांव से आते हैं जहां बारिश में स्कूल की छत टपकती थी. बच्चों की छुट्टी कर दी जाती थी. हाई स्कूल में पहुंचे तो वहां किसी भी विषय का शिक्षक नहीं था. गणित की तो साल में चार ही क्लास लगी थी. पर उन्होंने सेल्फ स्टडी की और आगे बढ़ते रहे. उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने भिलाई के कल्याण कालेज में दाखिला लिया पर यूपीएससी की तैयारी करते रहे. अपनी जिजिविषा को बनाए रखने के लिए उन्होंने आईएएस अकादमी मसूरी की भी यात्रा की. दिल्ली के जिस कमरे में वो रहते थे उसकी छत एस्पेस्टस की थी. गर्मियों में वहां हाल बुरा हो जाता था. यह होस्टल एक ऐसे कब्रिस्तान के बाजू में था जिसे 1857 की क्रांति में मारे गए ब्रिटिशर्स के लिए बनाया गया था. पर उन्होंने अपने जुनून को बरकरार रखा.
उन्होंने बताया कि अपने करियर के प्रति उनकी लगन ही थी कि वे सबसे कम उम्र के कलेक्टर बने. आज वे छत्तीसगढ़ के पहले ऐसे वित्त मंत्री हैं जो मुख्यमंत्री नहीं है. अब तक यह मंत्रालय मुख्यमंत्री अपने पास रखा करते थे. इसके लिए उन्हें पार्टी का और उसके राष्ट्रीय नेताओं का भरोसा जीतना पड़ा. इसलिए स्वयं को भरोसे के काबिल बनाएं, अपनी क्षमताओं और कौशल का विकास करें, सफलता खुद ब खुद आपके पास आएगी.
उन्होंने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान भी किया. इस अवसर पर उनके साथ एमजे ग्रुप ऑफ एजुकेशन की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर, मोटिवेशनल स्पीकर डॉ जवाहर सूरीशेट्टी, केके मोदी विश्वविद्यालय की डीन डॉ मोनिका शर्मा, वेदांतु लर्निंग सेंटर के सहसंस्थापक सीए अंकेश सिन्हा, सीए गौरव अग्रवाल, सीए भिलाई ब्रांच के चेयरमैन सीए राहुल बत्रा, एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे, उप प्राचार्य डॉ श्वेता भाटिया आदि उपस्थित थे.
महात्मा गांधी कलामंदिर में आयोजित इस कार्यक्रम के आरंभ में विद्यार्थियों ने नृत्य एवं गीत में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. एमजे कालेज के विद्यार्थी नितेश कुमार, सलोनी बासु एंड ग्रुप ने भी नृत्य की खूबसूरत प्रस्तुति दी. कार्यक्रम का संचालन मायएफएम के आरजे अनिमेश एवं आरजे ऋषभ ने किया.