बहुत हो गई पीछे की बातें, अब अनुसंधान से आगे बढ़ने की जरूरत – डॉ विरुलकर
भिलाई। एमजे ग्रुप ऑफ एजुकेशन की डायरेक्टर डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने कहा है कि स्वतंत्रता दिवस पर अकसर इतिहास की बातें ही की जाती हैं. जरूरत इस बात की है कि हम अपने ज्ञान का उपयोग करें और अनुसंधान से समस्याओं का समाधान ढूंढें. देश इसी तरह आगे बढ़ सकता है.
डॉ विरुलकर एमजे कालेज में आयोजित 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित कर रही थीं. खुद को परिस्थितियों के अनुरूप ढालने की सीख देते हुए उन्होंने एक कहानी भी सुनाई. उन्होंने कहा कि हमें अपने व्यक्तित्व का निर्माण कॉफी बीन्स जैसा करना चाहिए जो जिस पानी में उबलता है, उसे अपने ही रंग और गंध में सराबोर कर देता है.
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य एवं एमजे समूह के सहायक निदेशक डॉ अनिल कुमार चौबे ने कहा कि हमें अपने इतिहास की जानकारी होना इसलिए जरूरी है कि भविष्य का निर्माण इसी नींव पर होता है. हम अपने इतिहास से सीखते हैं, उसपर गर्व करते हैं और पहले की गई गलतियों को दोहराने से बचते हैं.
समारोह को उप प्राचार्य डॉ श्वेता भाटिया, एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग की प्रभारी प्राचार्य डॉ सिजी थॉमस, एमजे कालेज ऑफ फार्मेसी के प्राचार्य राहुल सिंह ने भी संबोधित किया.
इस अवसर पर अवकाश प्राप्त एनएसजी कमाण्डो विजय बहादुर सिंह ने सेना से जुड़े अपने संस्मरण सुनाए. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि राष्ट्र की सेवा के लिए सभी का सेना में जाना जरूरी नहीं होता. लोग अपनी अपनी जगह पर अपना अपना काम ईमानदारी से करते हुए भी राष्ट्र की सेवा कर सकते हैं.
इस अवसर पर एनएसएस अधिकारी शकुन्तला जलकारे एवं सभी प्राध्यापकगण उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन सहायक प्राध्यापक पूनम दीवान एवं रीना पटेल ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ जेपी कन्नौजे ने किया.