शंकराचार्य कालेज में एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत विभिन्न भाषाओं की प्रस्तुतियां
भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में केन्द्र सरकार के एक भारत श्रेष्ठ भारत प्रसंग के तहत आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न हिन्दी के साथ ही विभिन्न प्रांतों के गीतों की प्रस्तुतियां दी गईं. इस कार्यक्रम का आयोजन गोल्डन वॉयस स्टूडियो के सहयोग से किया गया था. पद्मश्री से अलंकृत पंडवानी गायिका डॉ उषा बारले कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं. निर्णायकों की भूमिका में संगीतकार दीपेन्द्र हालदार एवं युगल किशोर सिन्हा ने निभाई.
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि डॉ उषा बारले ने अपने चिरपरिचित अंदाज में कहा कि समयाभाव के कारण हालांकि उन्होंने प्रस्तुति देने में असमर्थता जाहिर की थी पर मंच पर आने के बाद मन बदलना पड़ा. उन्होंने अपने सुमधुर कंठ से महाभारत के प्रसंगों को उद्धृत करते हुए कहा कि सच्चाई के साथ चलने वालों को कष्ट हो सकता है पर अंत में जीत उन्हीं की होती है. उन्होंने द्रौपदी का उल्लेख करते हुए नारी के सम्मान को सर्वोच्च बताया. उन्होंने कहा कि जो देश नारी का सम्मान नहीं कर पाता, उसका पतन हो जाता है. उन्होंने क्षेत्रीय भाषाओं पर आधारित इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए महाविद्यालय एवं उसकी प्राचार्य, गोल्डन वायस स्टूडियो के दीपक रंजन दास एवं सभी प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं.
प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने कहा कि केन्द्र सरकार की एक भारत श्रेष्ठ भारत योजना के तहत महाविद्यालय का गोंदिया के कालेज के साथ एमओयू है तथा वे पिछले सत्र से ही निरंतर इस दिशा में आयोजन कर रही हैं. उन्होंने कहा कि संडे कैम्पस और गोल्डन वॉयस स्टूडियो के सहयोग संगीत का महाविद्यालय में यह दूसरा आयोजन है. उन्होंने व्यस्तता के बावजूद महाविद्यालय को समय देने के लिए डॉ उषा बारले के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की. कार्यक्रम में उपस्थित डॉ बारले की सुपुत्री वन्दना बारले ने भी अपनी सुमधुर प्रस्तुति दी.
सभी आयु वर्गों की इस खुली प्रतियोगिता में छोटे बच्चों से लेकर ज्येष्ठ नागरिक भी शामिल हुए. प्रथम पुरस्कार बांगला गीत प्रस्तुत कर 12 वर्षीय कार्तिका तिवारी ने जीता. द्वितीय पुरस्कार राजनांदगांव की 8 वर्षीय श्रवणा पात्रो एवं तृतीय पुरस्कार ए अजित ने जीता. विशेष सराहना पुरस्कार प्रवीन्द्र सिंह सलारिया, राजलक्ष्मी घोष, बीएस मूर्ति एवं संगीता, के श्याम शेखर एवं डॉ शशिभूषण साहू को प्रदान किया गया.
कार्यक्रम का आयोजन ऑनलाइन तथा ऑफलाइन मोड में किया गया था. ऑनलाइन प्राप्त प्रविष्टियों में प्रथम पुरस्कार पुरस्कार मुम्बई के विजय गणपतये तथा द्वितीय पुरस्कार शैलेष पांडे को प्रदान किया गया. दोनों ने मराठी में गीतों की प्रस्तुति दी थी. तृतीय पुरस्कार देवास की 12 वर्षीय नन्ही कलाकार अंजनि सिंह ठाकुर को उसके हिन्दी गीत के लिए प्रदान किया गया.
दृष्टबाधितों ने भी दी प्रस्तुतियां
कार्यक्रम में रोटरी क्लब द्वारा संचालित नयनदीप स्कूल के एक पूर्व सहित पांच विद्यार्थियों ने भी सुमधुर गीतों की प्रस्तुतियां दीं. इन्हें विशेष पुरस्कारों से नवाजा गया. इनमें आयुष कुमार गुप्ता, लेमन कुमार बोरकर, अनमोल चंद्राकर, भूमिका साहू तथा विवेक कुमार यादव शामिल थे. इन्हें लेकर नयनदीप स्कूल एवं सुरधारा की संचालक ज्योति ध्रुव कार्यक्रम में उपस्थित हुई थीं.
कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक डॉ लक्ष्मी वर्मा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन संडे कैम्पस एवं गोल्डन वॉयस स्टूडियो के संचालक दीपक रंजन दास ने किया.