हाइटेक में किडनी की ब्लडलेस सर्जरी, किडनी से बड़ी थी गांठ
भिलाई. हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल को 60 वर्षीय एक महिला की जान बचाने में सफलता मिली है. लगभग 300 किलोमीटर दूर एक गांव में रहने वाली महिला को पेट में तेज दर्द के साथ ही मल-मूत्र में खून आ रहा था. जांच में पाया गया कि उनकी दाहिनी किडनी में किडनी से बड़ी एक गांठ थी जो गंदा खून वापस ले जाने वाली नस को दबा रही थी.
यूरोलॉजिस्ट एवं ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ नवीन कुमार वैष्णव ने बताया कि महिला को जब अस्पताल लाया गया तो उसकी हालत गंभीर थी. पेशाब के साथ तो खून जा ही रहा था, मलद्वार से भी रक्त का रिसाव हो रहा था. रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्र 6 से भी कम थी. जांच करने पर दाहिनी किडनी में एक बड़ी सी गांठ मिली. इसका आकार किडनी से भी बड़ा था. इसके कारण नस दबी हुई थी और रक्त वापस हृदय को नहीं जा पा रहा था. बड़ी नस पर भी दबाव था. और देर करने से मरीज की जान को खतरा हो सकता था.
सबसे पहले महिला को रक्त चढ़ाया गया. महिला का गर्भाशय खिसका हुआ था तथा बवासीर की भी शिकायत थी. इसके लिए महिला को स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं जनरल सर्जरी विभाग को रिफर किया गया. डॉ वैष्णव ने बताया कि यह एक लंबी चलने वाली सर्जरी थी जिसमें 3 घंटे से अधिक का समय लगा. यह एक ब्लड लेस सर्जरी थी जिसमें सर्जरी के दौरान रक्तस्राव न के बराबर रहा.
सर्जरी के बाद महिला की हालत में तेजी से सुधार आ रहा है. वह खुश है कि वह जानलेवा दर्द अब नहीं रहा. डॉ वैष्णव ने बताया कि एक दो दिन में उसे छुट्टी दे दी जाएगी.