कॉन्फ्लुएंस महाविद्यालय में मनाया गया गुरु पूर्णिमा उत्सव
राजनांदगांव। विद्यार्थियों ने अपने गुरु के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनकी बुद्धि का सम्मान किया और व्यास पूर्णिमा और व्यास जयंती के रूप में गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया. मुख्य वक्ता डायरेक्टर डॉ. मनीष जैन ने सभी को गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं दी और कहा कि गुरु को सबसे ऊपर माना जाता है जो कि अंधकार को प्रकाश में बदलने की शक्ति रखता है और छात्रों को भी हमेशा सकारात्मक विचार तथा सोच रखकर आगे बढ़ना चाहिए इससे कोई भी कार्य असंभव नहीं होगा.
प्रो. विजय मानिकपुरी ने कहा कि आज का यह आयोजन गुरु पूर्णिमा के महत्व केवल आध्यात्मिक ही नहीं बल्कि सामाजिक शैक्षणिक और सांस्कृतिक स्तर पर भी अत्यंत विशिष्ट है विद्यार्थी और गुरु का एक अटूट संबंध है मनुष्य जीवन में गुरु को देवस्थान प्राप्त है.
महाविद्यालय में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर छात्रों द्वारा यह आयोजन किया गया. प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने कहा कि यह माना जाता है कि अच्छे-बुरे संस्कारों धर्म-अधर्म आदि का ज्ञान पूरे विश्व में गुरु के द्वारा ही अपने शिष्यों को दिया जाता है, इसी उद्देश्य से गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया जाता है. गुरु पूर्णिमा का यह उत्सव तभी सार्थक होगा जब विद्यार्थी गुरु द्वारा कहे गए आचरण का पालन करें. ऐसे करने से भी व्यक्ति के जीवन को उचित रहा मिलती है और इस तरह से उसका जीवन खुशहाल हो जाता है.
महाविद्यालय के विद्यार्थियों और स्वयं सेवकों द्वारा गौरी पूर्णिमा के अवसर पर सभी शिक्षकों का सम्मान श्रीफल भेंट कर किया गया। सर्वप्रथम सभी ने मिलकर ज्ञान की देवी माता सरस्वती की पूजा अर्चना किया और मंची कार्यक्रम किया गया जिसमें उपस्थित सभी शिक्षकों ने अपने-अपने अनुभव साझा करते हुए गुरु पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डाला आयोजन में विभागाध्यक्ष प्रीति इंदौरकर, सहा.प्रा. राधेलाल देवांगन, धनंजय साहू, देविका देवांगन, विजय मानिकपुरी, दिव्या श्रीवास्तव एवं टोकेश्वरी देवांगन आदि का सम्मान श्रीफल के साथ किया गया.