पाटणकर कन्या महाविद्यालय में व्यास पूजा का आयोजन
दुर्ग। शासकीय डाॅ. वा. वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई द्वारा व्यास पूजा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर प्राचार्य डाॅ. रंजना श्रीवास्तव ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आधुनिक परिवेश में भारतीय ज्ञान परम्परा से परिचित कराने के लिए वैदिक ज्ञान एवं महाकाव्य की प्रासंगिकता को समझने के लिए व्यास पूजा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. विद्यार्थी विषय ज्ञान के साथ अपने संस्कार को भी समझे तथा वेद व्यास द्वारा रचित गं्रथों एवं महाकाव्य आदि का अध्ययन कर नैतिक गुणों का विकास करें. डाॅ. सुषमा यादव ने कहा कि महर्षि वेद व्यास द्वारा निर्देशित एवं संग्रहित ग्रंथों ने लोगों को ज्ञान, विज्ञान, प्रेम और मोक्ष प्राप्ति की दिशा में अग्रसर होने के लिए मार्ग प्रशस्त किया है. महर्षि वेद व्यास ने वेदों के माध्यम से भारतीय ज्ञान परम्परा की नींव रखी. उस ज्ञान को हमें अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए. डाॅ. ऋतु दुबे ने कहा महर्षि वेद व्यास (कृष्ण द्वेपायन) का विस्तृत जीवन परिचय देते हुए महाभारत की रचना का प्रसंग प्रस्तुत किया. गुरु की महिमा का वर्णन करते हुए रामायण का प्रसंग प्रस्तुत किया और रावण का उदाहरण देते हुए बताया की राम के गुरु बनकर किस तरह अपने दायित्वों को निर्वाह किया. गुरु को हमेशा शिष्य के प्रति एवं शिष्य को हमेशा गुरु के प्रति समर्पित होना चाहिए गुरु ही तारण हार होता है.
इस अवसर पर निधि देशमुख, कुमारी कविता मालेकर, ट्विंकल साहू, कृष्णा साहू ने अपने विचार प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का संचालन कुमारी हर्षिता ने किया तथा आभार प्रदर्शन डाॅ. यशेश्वरी ध्रुव ने किया.