Ludwigs Angina treated at Hitek Hospital

हाइटेक में लुडविग्स एंजाइना का इलाज, जानलेवा होती है बीमारी

भिलाई। हाइटेक सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल में लुडविग्स एंजाइना के एक मरीज का सफल इलाज किया गया. यह एक खतरनाक और जानलेवा स्थिति है जिसमें मुंह के संक्रमण से बना मवाद गले में जाकर जमा हो जाता है. इसके कारण श्वास नली पिचक जाती है और व्यक्ति सांस नहीं ले पाता. 35 साल का यह युवक अत्यंत गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंचा था.
मरीज को जब अस्पताल लाया गया तो वह सांस नहीं ले पा रहा था. ऑक्सीजन सैचुरेशन काफी कम हो चुका था. उसकी स्थिति को देखते हुए तत्काल ओटी शिफ्ट किया गया. कठिन परिस्थितियों में ईएनटी सर्जन डॉ अपूर्व वर्मा ने इसकी ट्रैकियोस्टोमी की. ट्रैकियोस्टोमी करते समय भी ढेर सारा मवाद निकला पर इसके बाद मरीज की स्थिति संभलने लगी.
मरीज का ऑक्सीजन सैचुरेशन सुधरने के बाद मैक्सिलोफेशियल सर्जन डॉ आफरीन आफताब ने मरीज के गले पर चीरा लगाकर पूरा मवाद साफ किया. मवाद मरीज के फेफड़े तक जा पहुंचा था. यदि उसे अस्पताल लाने में कुछ घंटों की भी दी हो जाती तो उसका जीवन संकट में आ जाता. सर्जरी के दौरान निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ नरेश देशमुख लगातार मरीज की स्थिति पर नजर बनाए रखे तथा उसे अच्छी तरह से नियंत्रित किया.
डॉ आफरीन ने बताया कि लुडविग एनजाइना मुंह के तल का एक गंभीर जीवाणु संक्रमण है जो सबमैंडिबुलर, सबलिंगुअल और सबमेंटल स्पेस में फैलता है. यह आमतौर पर संक्रमित दांतों, विशेष रूप से निचले दाढ़ के संक्रमण के कारण होता है. संक्रमण से मुंह के तल में सूजन हो जाती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है. यह एक जानलेवा स्थिति है जिसके लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता होती है.
डॉ अपूर्व ने बताया कि सर्जरी की सफलता के बाद मरीज की रिकवरी की जिम्मेदारी इंटेंसिविस्ट डॉ अनिल ने संभाली. सघन निगरानी में उन्होंने मरीज को मॉनीटर किया. अंततः एक सप्ताह की जद्दोजहद के बाद मरीज के संक्रमण पर पूरी तरह काबू पा लिया गया. एक दो दिन में उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी.

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