विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर साइंस कालेज में कार्यशाला का आयोजन
दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के मनोविज्ञान विभाग द्वारा दिनांक 10 सितम्बर 2025 को आत्महत्या रोकथाम दिवस पर रूसा 2.0 प्रायोजित कार्यषाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला की मुख्यवक्ता डाॅ. आभा शषि कुमार, मनोवैज्ञानिक एवं परामर्षदाता समग्र परिवार विकास केन्द्र थी.
कार्यशाला के संरक्षक एवं महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. अजय कुमार सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि आप अपनी परेशानियों को अपने माता-पिता, गुरूजनों, दोस्तों एवं अपने करीबी लोगों से साक्षा करें. उनका मार्गदर्शन प्राप्त करें. आत्महत्या किसी समस्या का हल नही होता. आत्महत्या नकारात्मक कृत्य है. आपके अंदर जो भी अन्तर्द्वन्द्व, कुण्ठा या हताशा है उसे बाहर आने दीजिए. आत्महत्या रोकने के लिए अपना नजरिया बदलना होगा.
कार्यशाला की मुख्य वक्ता डाॅ. आभा शशि कुमार ने आत्महत्या के कारण और सचेत करने वाले लक्षणों पर विस्तार से जानकारी दी. उदाहरणों के माध्यम से आपने निराशा, अवसाद और असफलता के बाद व्यक्ति की जो मनोदशा होती है, इस पर खुलकर चर्चा की. आपने कहा छात्र-छात्राओं में पढ़ाई एवं कैरियर को लेकर बहुत दबाब है. दबाब से बाहर निकालने के लिए परामर्श आवश्यक है. दबाब में आकर गलत कदम नही उठाना है. आप ऐसी स्थिति में अपने बड़ों से खुलकर संवाद करें.
कार्यक्रम का आरंभ मां सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ. महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया. विभाग की प्राध्यापक पुष्पलता निर्मलकर, मनोविज्ञान छात्र परिषद की अध्यक्ष ईशा राजपूत एवं परिषद के सदस्यों द्वारा अतिथियों का तिलक लगाकर स्वागत किया गया. मनोविज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. रचिता श्रीवास्तव ने कार्यक्रम का संचालन किया. मनोविज्ञान छात्र परिषद के उपाध्यक्ष दीपांशु महार ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया.
वनस्पति विभाग की प्राध्यापक डाॅ. विजय लक्ष्मी नायडू एवं संस्कृत विभाग के प्राध्यापक जयनेन्द्र दीवान कार्यशाला में विशेष रूप से उपस्थित थे. मनोविज्ञान एम.ए., पीजी डिप्लोमा मार्गदर्शन एवं परामर्श के साथ स्नातक स्तर के छात्र-छात्राओं की प्रतिभागिता इस कार्यशाला में थी.