नसों के सिकुड़ने से होती है सर्दियों में तकलीफ, खान-पान में करें ये बदलाव
भिलाई। सर्दियों में ठंडी हवा और कम तापमान ब्लड वेसल्स को भी प्रभावित करती हैं. बाहर ठंड बढ़ती है, तो शरीर खुद को गर्म रखने की कोशिश करता है. शरीर में खून का बहाव तेज हो जाता है. ऐसे में ब्लड वेसल्स के प्रभावित होने से कई समस्याएं हो सकती हैं. अच्छी बात यह है कि इस स्थिति का मुकाबला कसरत के साथ ही खान-पान के नियमों में कुछ बदलाव के साथ आसानी से किया जा सकता है.
हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल के सीवीटीएस डॉ रंजन सेनगुप्ता के अनुसार, नसें शरीर के हर हिस्से तक खून सप्लाई करती हैं. अगर नसें कमजोर हो जाएं या खून का दौरा धीमा हो जाए, तो पैरों में दर्द, झुनझुनी, सुन्नपन, भारीपन और शरीर में थकान, आदि की शिकायत हो सकती है. ऐसे में भोजन में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जो नसों से ब्लॉकेज हटाती हैं और खून का प्रवाह तेज करती हैं.
खट्टे फल जैसे मौसंबी, संतरा, नींबू, कीवी में विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट बहुत अधिक होते हैं. विटामिन सी शरीर में कोलेजन बनाता है. इन फलों से खून साफ भी होता है और उसका बहाव बेहतर होता है.
इसी तरह अखरोट, बादाम, काजू जैसे ड्राई फ्रूट्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन ई होता है. ये नसों में सूजन कम करते हैं और खून को पतला रखते हैं. सुबह 4-5 बादाम और 1-2 अखरोट जरूर खाएं.
सर्दियों में हरी सब्जियां खूब मिलती हैं. पालक, मेथी, धनिया, बथुआ एंटीऑक्सीडेंट और नाइट्रेट्स का अच्छा स्रोत हैं. नाइट्रेट्स शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड बनाते हैं, जो नसों को रिलैक्स करता है और खून का बहाव तेज करता है. खाने में रोजाना एक कटोरी हरी सब्जी जरूर शामिल करें.
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन भी नसों की सूजन कम करती है, खून को साफ रखती है, नसों की उम्र बढ़ाती है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाती है. सब्जियां, दाल के अलावा दूध में डालकर भी इसका सेवन किया जा सकता है. रोजाना एक चम्मच तक हल्दी खाना सेफ है.
खट्टे फल, ड्राई फ्रूट्स, हरी सब्जियां और हल्दी को अपने रोजमर्रा के भोजन में शामिल कर नसों को स्वस्थ और मजबूत रखा जा सकता है. ये सभी चीजें ऊर्जा के स्तर को बढ़ाती हैं, थकान कम करती हैं और पूरे शरीर के स्वास्थ्य को बेहतर बनाती हैं.
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