आईसीएआई भवन में शिक्षा का प्रयोजन: विमर्श एवं संवाद रविवार को

Need of Educationभिलाई। आईसीएआई भिलाई के सहयोग से भारतीय चिंतन की पत्रिका ग्रामोदय तथा श्री चतुर्भुज मेमोरियल फाउंडेशन भिलाई के संयुक्त तत्वधान में 7 अप्रैल 2019, रविवार को ‘शिक्षा का प्रयोजन: विमर्श एवं संवाद’ नामक आयोजन किया जा रहा हैं। यह संगोष्ठी आईसीएआई भवन, सिविक सेंटर भिलाई में अपरान्ह साढ़े तीन आयोजित की गई है।यह संगोष्ठी शिक्षा के परिपे्रक्ष्य में ही केन्द्रित की गई है। पिछले कुछ वर्षों से शिक्षा को लेकर देश में काफी हलचल हुई है। इसके लोकव्यापीकरण और गुणवत्ता में सुधार के कार्यक्रम चल रहे हैं। हम सबके लिए यह विचार का विषय है कि शिक्षा के व्यापक उद्देश्य आखिर क्या हैं? शिक्षा के सम्बन्ध में राष्ट्रीय विकास और व्यक्ति के विकास के मायने क्या हैं? हमारे राष्ट्रीय लक्ष्य क्या हैं और इन्हें कैसे निर्धारित किया जा सकता हैं? राष्ट्रीय विकास का अर्थ क्या हैं? व्यक्ति के विकास का स्वरूप क्या हैं? शिक्षा को एक उत्पाद में रूपांतरित करने की कोशिशों का परिणाम क्या होगा? व्यवसायोन्मुखी और रोजगारोन्मुखी शिक्षा के फायदे और खतरे क्या हैं? इस तरह के अन्य सवालों पर इस संगोष्ठी में सारगर्भित और उपयोगी बातचीत हो, यही इस संगोष्ठी का मूल उद्देश्य है।
उपरोक्त जानकारी संगोष्ठी के संयोजक प्रो. डी.एन. शर्मा, ग्रामोदय के संपादक विनोद मिश्र तथा श्री चतुर्भज मेमोरियल फाउंडेशन के अध्यक्ष अरूण कुमार श्रीवास्तव ने दी हैं। संगोष्ठी को उद्देश्यपूर्ण एवं जनोपयोगी बनाने हेतु एक आयोजन सह परामर्श समिति का गठन किया गया है। इस समिति में डॉ. हरिनारायण दुबे, डॉ. सुशील चंद्र तिवारी, डॉ. रक्षा सिंह, डॉ. आर.पी. अग्रवाल, डॉ. हंसा शुक्ला, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, डॉ. संध्या मदन मोहन, डॉ. डी.आर. भावनानी एवं डॉ. रायमन सदस्य है।
इस संगोष्ठी के मुख्य अतिथि प्रतिष्ठित लेखक छत्तीसगढ़ के पूर्व अपर सचिव बीकेएस रे होंगे। समारोह की अध्यक्षता राज्य योजना के सदस्य डॉ. के सुब्रमणियम करेंगे। आईआईएम रायपुर के निदेशक डॉ. भरत भास्कर, छत्तीसगढ़ आयुष विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति पद्मश्री डॉ. अरूण दाबके तथा हेमचंद यादव दुर्ग विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. शैलेन्द्र सराफ मुख्य वक्ता के रूप में समारोह को सम्बोधित करेंगे। समारोह में उच्च शिक्षा पर केंद्रित ग्रामोदय पुस्तिका का लोकार्पण भी होगा। इस संगोष्ठी का संचालन डॉ. अनिता सावंत करेंगी एवं आयोजन समिति ने शिक्षाविदों एवं प्रबुद्धजनों से संगोष्ठी में शामिल होने का आग्रह किया है।

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