आरएसआर रूंगटा कॉलेज में ऊर्जा पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन

भिलाई। मानव जीवन में ऊर्जा कितनी महत्वपूर्ण है यह इस बात से सिद्ध होता है कि ऊर्जा के परंपरागत स्रोत धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं जो ना सिर्फ मानव जीवन को प्रभावित करेंगे बल्कि हमारे पर्यावरण के लिए भी प्रतिकूल साबित होंगे। इन्हें बचाने के लिए हमें गैर परंपरागत स्रोतों को अपनाना पड़ेगा। उक्त उद्गार रायपुर एनआईटी के प्रोफेसर डॉ आर एन पटेल ने व्यक्त किए। डॉ पटेल यहां संजय रुंगटा ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस द्वारा संचालित आरएसआर रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज एवं टेक्विप-3, छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।भिलाई। मानव जीवन में ऊर्जा कितनी महत्वपूर्ण है यह इस बात से सिद्ध होता है कि ऊर्जा के परंपरागत स्रोत धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं जो ना सिर्फ मानव जीवन को प्रभावित करेंगे बल्कि हमारे पर्यावरण के लिए भी प्रतिकूल साबित होंगे। इन्हें बचाने के लिए हमें गैर परंपरागत स्रोतों को अपनाना पड़ेगा। उक्त उद्गार रायपुर एनआईटी के प्रोफेसर डॉ आर एन पटेल ने व्यक्त किए। डॉ पटेल यहां संजय रुंगटा ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशंस द्वारा संचालित आरएसआर रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज एवं टेक्विप-3, छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि विश्व स्तर पर उर्जा के कितने स्रोत है और किस तरह से इनका उपयोग हो रहा है जिससे कि दिनों दिन इनकी मात्रा घटती जा रही है और यही स्थिति रही तो आने वाले समय में इनकी मात्रा समाप्त हो जाएगी। उन्होंने ऊर्जा के गैर परंपरागत स्रोत पर भारत एवं एवं वैश्विक स्तर पर वर्तमान स्थिति की जानकारी देते हुए ऊर्जा के विभिन्न संयंत्रों के बारे में चलचित्रो के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में श्री पटेल ने सोलार पीवी सिस्टम और उसके डिजाइन के संदर्भ में विस्तार से समझाते हुए बताया कि हम एक डीसी होम का निर्माण कैसे करें और इससे ऊर्जा की बचत कैसे कर सकते हैं । कार्यक्रम की शुरूआत अतिथियों ने मां सरस्वती की पूजा अचर्ना कर की । इसके पश्चात् अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम समन्वयक संदीप सोमकुंवर ने पुष्पगुच्छ द्वारा किया । कार्यक्रम को सफल बनाने में विधुत अभियांत्रिकी विभाग के सहायक प्राध्यापक शैलेन्द्र सिंह एवं वर्षा शर्मा समेत अन्य सभी प्राध्यापकों ने अपना योगदान दिया। गेस्ट लेक्चर के अंत में कार्यक्रम समन्वयक सीमा मिश्रा ने धन्यवाद भाषण दिया। कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसवी देशमुख, टीक्युप – 3 की संस्था समन्वयक रिंकी साहू एवं सभी विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।

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