जगतगुरू शंकराचार्य कालेज ऑफ एजुकेशन में योग दिवस पर वर्चुअल सूर्य नमस्कार
भिलाई। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जगतगुरू शंकराचार्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन में ऑनलाइन क्विज के साथ ही वर्चुअल सूर्य नमस्कार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्राचार्य डॉ वी सुजाता के निर्देशन में सम्पन्न हुए इस कार्यक्रम सैकड़ों ने प्रतिभागिता दी। डॉ सुजाता ने कहा कि सूर्य नमस्कार 12 आसनों से मिलकर बना है। इसलिए इसकी महत्ता स्वतः प्रतिपादित हो जाती है। डॉ. सुजाता ने कहा कि इस वैश्विक महामारी में यदि किसी चीज़ की सबसे ज्यादा कमी दिखी है तो वह है अनुशासन और धैर्य की, जबकि हम सब इस बात से भलीभांति परिचित हैं कि कोरोनावायरस से बचाव के लिए हर व्यक्ति का आत्म- अनुशासित होना एवं संयमित जीवन जीना नितांत ही आवश्यक है। यह योग से ही संभव है। ऑनलाइन क्विज का आयोजन सहायक प्राध्यापक श्रीमती लक्ष्मी वर्मा द्वारा किया गया। जिसमें 200 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिन्हें ई- सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया।
सहायक अध्यापिका संतोषी चक्रवर्ती द्वारा योग दिवस के अवसर पर सूर्य नमस्कार योग शिविर को वर्चुअली संपन्न कराया गया। उन्होंने बताया कि सूर्य नमस्कार 12 योगासन से मिलकर बना है। जिसमें से प्रत्येक आसन का अपना महत्व है। इसके अनेकों स्वास्थ्य लाभ हैं जैसे कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य, शरीर में खून का संचार दुरुस्त करना, स्मरण शक्ति का विकास, वजन कम करने में मदद, ग्लोइंग स्किन इत्यादि अनेक फायदे हैं|