Hunting of migratory birds prohibited

सिरवाबांधा के जलाशय में चिरई चिरगुन के शिकार पर रोक

बेमेतरा. कलेक्टर बेमेतरा विलास भोसकर संदीपान के निर्देशन में वन विभाग बेमेतरा टीम ने ग्राम सिरवाबांधा डेम क्र. 01 एवं 02 में पक्षी संरक्षण एवं अवैध शिकार पर रोक लगाने हेतु शनिवार को गस्त किया. गस्ती के दौरान प्रवासी एवं स्थानीय पक्षी बांध में देखे गये. ग्रामवासियों को पक्षी के महत्व को बताते हुए उप वन मण्डलाधिकारी एम.आर. साहू द्वारा किस प्रकार पक्षी पर्यावरण संतुलन बनाने में योगदान देते है, कीट पंतगों एवं चूहों के प्रकोप से फसल नुकसान होने से बचाने में कृषक मित्र का काम करते है, पर्यावरण संतुलित रखते है के बारे में बताया गया.
परिक्षेत्र अधिकारी बेमेतरा आरएस चंदेल द्वारा किसी भी वन्य जीव पक्षी का शिकार किया जाना वन अपराध होने संबंधी जानकारी दी गई. विभागीय वन अमला ने बांध से लगे आस पास के गांव में भ्रमण कर किसी भी प्रकार का वन्यप्राणी शिकार नहीं करने बाबत गस्त किया. कृषक, ग्रामीणों, संरपच एवं मौके में उपस्थित बच्चों को चाकलेट वितरण करते हुए पक्षी संरक्षण करने के लिए प्रेरित किया गया. बच्चों को अपने माता पिता को भी बताने हेतु प्रेरित किया गया.
मौके में उपस्थित संरपच सिरवाबांधा योगेश जांगडे द्वारा स्वतः प्रेरित होकर पक्षी संरक्षण बाबत गांव वालेंटियर गठन करने हेतु तैयार हो गये उपस्थित किसानों को कलेक्टर का निर्देश बताया गया. किसान एवं सभी ग्रामवासी एकमत होकर पक्षी शिकार को रोकने समूह बनाकर तैयार हुए. वन विभाग के अधिकारियों द्वारा गिधवा- परसदा में हो रहे पक्षी संरक्षण के तर्ज पर सिरवाबांधा में भी पक्षी पहचान एवं गणना संरक्षण बाबत युवाओं का टीम बनाकर ट्रेनिंग देने के लिए आने वाले सप्ताह में कार्य प्रारंभ करने हेतु आश्वस्त किया गया. सिरवाबांधा ग्रामवासियों एवं संरपच द्वारा इस प्रकार वन अधिकारियों के भ्रमण से वन अमला एवं जिला कलेक्टर के निर्देश पर अत्यंत प्रसन्नता प्रकट किया गया. गस्ती के दौरान बी.पी. गौतम सर्किल फारेस्ट ऑफिसर बेमेतरा, जीवन लाल यादव बीट फारेस्ट ऑफिसर एवं अन्य वन कर्मचारीगण उपस्थित थे.

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