Fierce debate on equal weightage to nurses

समान सम्मान के पक्ष में नर्सिंग छात्राओं ने दी जोरदार दलीलें

भिलाई। 12 मई को अंतरराष्ट्रीय नर्सिंग डे के उपलक्ष्य में आज एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग में अनेक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस अवसर पर रंगोली, पोस्टर एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। नर्सिंग पेशे को चिकित्सकों को बराबर सम्मान देने पर आयोजित डिबेट में दोनों ही पक्षों ने जोरदार दलीलें दीं।
विषय के पक्ष में बोलते हुए प्रतिमा सोनी, दीप्ति, मानसी एवं परमेश्वरी ने कहा कि चिकित्सा सेवा प्रदायगी में चिकित्सक एवं नर्सों की बराबर भूमिका होती है। इसलिए सम्मान भी बराबर मिलना चाहिए। विषय के विरुद्ध बोलते हुए अलब्राइट लकड़ा, अमीना, मोनालिसा एवं गीतांजलि ने कहा कि चिकित्सक की पढ़ाई ज्यादा होती है, मरीज के रोग का पता लगाना, उसके लिए औषधि एवं पथ्य का निर्धारण करना चिकित्सक का काम होता है। रोगी उसकी 24 घंटे की जिम्मेदारी होती है। इसलिए उसको ज्यादा सम्मान मिलता है।


इस अवसर पर एमजे कॉलेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य डैनियल तमिल सेलवन, उप प्राचार्य सिजी थॉमस, ममता सिन्हा सहित सभी सहा. प्राध्यापक मौजूद थे। प्रतियोगिता के आयोजन में प्रीति अनंत एवं नेहा देवांगन की प्रमुख भूमिका रही। निर्णायक की भूमिका वरिष्ठ पत्रकार दीपक रंजन दास ने निभाई।


इससे पहले रंगोली एवं पोस्टर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका एमजे कालेज की आईक्यूएसी समन्वयक अर्चना त्रिपाठी तथा एमजे कालेज (फार्मेसी) के प्राचार्य डॉ विजेन्द्र सूर्यवंशी ने निभाई।

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