Alumni Meet at SSSSMV

स्वरूपानंद महाविद्यालय की एलुमनी ने कहा, कॉलेज को कभी भूल नहीं सकते

भिलाई। स्वरूपानंद महाविद्यालय में सभी संकाय के एलुमनी का मिलन समारोह आयोजित किया गया जिसमें पुरानी यादें ताजा हो गई। एल्मुनी ने कहा कि महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक हमेशा मार्गदर्शन के लिये तैयार रहते हैं। महाविद्यालय की प्राचार्य के पास जब भी हम अपनी किसी छोटी या बड़ी समस्या को लेकर गये हमें उसका निदान बहुत की कम समय मे मिला।
अमर शर्मा बी.बी.ए. ने अपने अनुभव बताये कि हिन्दी विषय वाले होने के कारण हमें परेशानी होती थी परन्तु अंग्रेजी की प्राध्यापिका राखी जंघेल ने अंग्रेजी की एक्स्ट्रा क्लास लेकर हमारा मनोबल बढ़ाया। आज हम जिस मुकाम पर है उसके लिये कॉलेज को धन्यवाद देते है।
पल्लवी भट्टी बीबीए ने कहा कि समय-समय पर टीचर्स खुशबु पाठक एवं प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला के मार्ग दर्शन से मैनेजिरियल स्किल सीखने का मौका मिला जिसके चलते मै खुद का रोजगार शुरू करने मे सफल हो पायी कॉलेज मे अपनी क्लास मे टॉप भी किया। आज मै स्वयं का बेकरी चलाती हूँए ये अपनेआप मे ही महिला उद्यमिता का सफल उदाहरण दर्शाता है।
दीपक सिंह इवेंट मैनेजमेंट कम्पनी का सीईओ है और इसका पूरा श्रेय वह स्वरूपांनद महाविद्यालय को और यहॉं के शिक्षकों आरती गुप्ता और श्रुति शर्मा को दिया।
पी रिया उन्नी एवं तृप्ती देशमुख बीसीए एल्मुनी ने कहा महाविद्यालय की फैकल्टी पढ़ाई के साथ विषय के व्यावहारिक ज्ञान के लिए हमेशा प्रोत्साहित करते है इसलिए इस महाविद्यालय के पढ़ने के बाद डिग्री के साथ विषय का व्यावहारिक ज्ञान भी होता है।
कृतिका गीते एल्युमनी एमएससी एवं सोजू सैम्युअल एम.एड. ने कहा कि विभाग द्वारा नियमित प्रेजेंटेशन कराने से हमारा आत्म विश्वास बढ़ा आज हम स्वयं शिक्षक है तो प्रेजेंटेशन के महत्व को समझ पा रहे है।
शशी साहू एमएससी बॉयोटेक ने कॉलेज के अनुभव को साझा करते हुये कहा कि महाविद्यालय में पाठ्यक्रम शिक्षा के साथ सेमीनार, वर्कशॉप, टेनिंग कार्यक्रम का आयोजन नियमित किया जाता है जिससे हम विषय के सम-सामयिक महत्व को अच्छे से समझ पाते है । इसके अलावा जीतू दिल्लीववार एवं निशा सोनवानी, एमएड, नोमेश कुमार , एमएससी, एवं समीक्षा सिन्हा बी.काम ने महाविद्यालय के अनुभव को साझा किया।
सभी एल्मुनी ने महाविद्यालय के शिक्षकों के मार्गदर्शन क्षमता की प्रशंसा की और कहा कि यहॉं से पढ़कर आज हम जिस मुकाम पर है वह महाविद्यालय की ही देन है। हम महाविद्यालय को कभी नहीं भूल सकते यह हमारा दूसरा घर है।
महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ हँसा शुक्ला ने एल्मुनी द्वारा दिये गये सुझाओं को सुना और उन्हें लागू करने का आश्वासन दिया। उन्होने कहा एल्मुनी महाविद्यालय का आधार स्थभ होते है वह महाविद्यालय से पढ़ने के बाद उच्च शिक्षा या नौकरी के क्षेत्र में दूसरें संस्थानों में जाते है तो अपने अनुभव महाविद्यालय से साझा करते है उसके आधार पर महाविद्यालय विद्यार्थियों के लिए अकादमिक एवं गैरअकादमिक सुविधाऐं उपलब्ध कराता है।
महाविद्यालय के सीओओ डॉ दीपक शर्मा सर ने बताया की इस तरह के आयोजन से एलुम्नी अपने पुराने दिनो को याद कर आगे आने वाली पीढ़ी को प्रोत्साहित करते है तथा महाविद्यालय के शिक्षको से भी बेहतर संवाद स्थापित हो सकता है।
कार्यक्रम को सफल बनाने मे डॉ रजनी मुद्लीयर, स.प्रा.रसायन, डॉ शमा ए बेग स.प्रा. माइक्रोबायोलॉजी डॉ मंजू कनौजिया स. प्रा. शिक्षा विभाग, खुशबू पाठक स.प्रा. प्रबंधन, दीपाली किंगरानी, जानकी जन्घेल, प्रेक्षा महादेवकार रहे।

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