इन कारणों से आ सकता है उलटी में खून, लापरवाही पड़ सकती है भारी
भिलाई। उलटी में खून आने को लोग सामान्य रूप से ही लेते आए हैं. पर यह तमाम ऐसी बीमारियों का लक्षण भी हो सकता है जो लापरवाही से न केवल बढ़ सकती हैं बल्कि जानलेवा भी साबित हो सकती हैं. पेट के छाले, आमाशय का अल्सर, खून पतला करने की दवाइयां, पेट का कैंसर, लिवर की खराबी, आदि इसका कारण हो सकते हैं. उलटी में बार-बार रक्त आने पर तत्काल किसी योग्य गैस्ट्रो विशेषज्ञ से इसकी जांच करवानी चाहिए. हाइटेक हॉस्पिटल में प्रतिमाह ऐसे 15 से 17 मरीज आ रहे हैं.उक्त जानकारी हाईटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल के गैस्ट्रो विशेषज्ञ डॉ आशीष देवांगन ने दी. उन्होंने बताया कि आहार नली के निचले हिस्से में सूजन भी इसका एक बड़ा कारण बनकर सामने आया है. लिवर कमजोर होने या खराब होने पर आहार नली के निचले हिस्से की नसें फूल जाती हैं और वहां से रक्त रिसने लगता है. फेट के भीतर अलग-अलग कारणों से रक्तस्राव हो सकता है जिनका इलाज भी रोग के प्रकार के अनुरूप अलग-अलग ढंग से ही किया जाता है. इसमें अंदाजे से इलाज की कोई गुंजाइश नहीं होती.
डॉ देवांगन ने बताया कि कारणों की पुष्टि के लिए मरीज की तत्काल एंडोस्कोपी करनी होती है. इससे घाव, शोथ या छाले की सही जगह और कारणों का पता लगाकर इलाज किया जा सकता है. इससे रोगी को बहुत जल्दी आराम हो जाता है. पारम्परिक रूप से ऐसे मरीजों का भोजन बंद कर दिया जाता है. पेट में राइस ट्यूब डाल दिया जाता है और पैन्टॉप खिला दिया जाता है. कुछ मामलों में यह पद्धति काम भी कर जाती है पर अधिकांश मामलों में यह स्थिति को बिगाड़ सकती है.
उन्होंने बताया कि खराब खान-पान और बिगड़ी जीवनशैली के कारण पाचनतंत्र की हालत अधिकांश लोगों में बहुत खराब है. लिवर शोथ के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. अकेले हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल में प्रति माह 15 से 17 ऐसे मरीज पहुंच रहे हैं. इनमें से लगभग 50 फीसदी मरीजों में लिवर सिरोसिस पाया गया है. ऐसे मरीजों के इलाज के लिए मल्टीस्पेशालिटी हॉस्पिटल ही बेहतर विकल्प हैं.
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