जब महापौर ने हथेली पर नचाया भौंरा, उछाली गिल्ली और लगाया शॉट
भिलाई. महापौर नीरज पाल ने भी छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में अपनी जबरदस्त उपस्थिति दर्ज कराई है. उन्होंने हर उस खेल में हिस्सा लिया जो उन्होंने बचपन में खेला था. उन्होंने हथेली पर भौंरा (लट्टू) नचाया, गिल्ली डंडा खेला, पिट्ठूल पर निशाना साधा और संखली (शृंखला) में भी भाग लिया. महापौर को अपने बीच पाकर सभी का उत्साह दुगुना हो गया और लोगों ने जमकर इन खेलों का लुत्फ उठाया. सभी वर्ग और उम्र समूह के लोग इन खेलों में हिस्सा ले रहे हैं.
महापौर नीरज पाल ने सेक्टर 9 फुटबॉल ग्राउंड, राधिका नगर स्लॉटर हाउस, शांति नगर दशहरा मैदान और बैकुंठ धाम के जेपी स्कूल पहुंचे में आयोजित खेलों में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा कि खेल से शारीरिक और मानसिक विकास को बल मिलता है. मनोरंजन का यह मोबाइल और टीवी से बेहतर साधन है.
अन्य जनप्रतिनिधि भी पीछे नहीं रहे. जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर, सभापति गिरवर बंटी साहू, महापौर परिषद के सदस्य एवं खेल विभाग के प्रभारी आदित्य सिंह, एमआईसी सदस्य चंद्रशेखर गवई, नेहा साहू, पार्षद अभिषेक मिश्रा आदि ने भी खेल का भरपूर आनंद लिया. छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में 14 प्रकार के खेल पिट्टुल, गिल्ली डंडा, संखली, लंगडी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकशी, बाटी (कंचा), बिल्ल्स, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ एवं लंबी कूद शामिल हैं.
निगम आयुक्त रोहित व्यास ने शहर के आम नागरिकों से अपील की है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर तथा खेल में भाग लेकर खेल का आनंद लें. इन खेलों का प्रथम चरण 11 अक्तूबर को संपन्न हुआ. विजेता तथा चयनित प्रतिभागी अब अगले चरण में हिस्सा लेंगे. खेल के दौरान अधिकारियों में अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, जोन आयुक्त एनआर रत्नेश, मनीष गायकवाड, पूजा पिल्ले, कार्यपालन अभियंता टीके रणदिवे, सुनील दुबे, कुलदीप गुप्ता तथा महापौर के निज सचिव वसीम खान विशेष रूप से मौजूद रहे.