Environment exams to be objective

पर्यावरण अध्ययन एवं मानवाधिकार की परीक्षा वस्तुनिष्ठ होगी

दुर्ग. हेमचंद यादव विष्वविद्यालय द्वारा शैक्षणिक सत्र 2022-23 की मार्च माह में आयोजित होने वाली मुख्य वार्षिक परीक्षा के स्नातक प्रथम वर्ष की कक्षाएं जैसे- बीएससी, बीए, बीकाॅम तथा बीसीए की पर्यावरण अध्ययन एवं मानव अधिकार विषय की परीक्षा थ्योरी के स्थान पर 75 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों पर आधारित होगी. प्रत्येक प्रश्न 01 अंक का होगा. यह जानकारी देते हुए परीक्षा उपकुलसचिव, डाॅ. राजमणि पटेल ने बताया कि इस संबंध में राज्यपाल की अध्यक्षता वाली समन्वय समिति से विश्वविद्यालय को अनुमोदन प्राप्त हो चुका हैं. यह वस्तुनिष्ठ परीक्षा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु विद्यार्थियों को तैयार करने के उद्देश्य से ओएमआर शीट पर होगी.
उपकुलसचिव, डाॅ. राजमणि पटेल ने बताया कि ऐसे विद्यार्थी जो किसी कारणवश स्नातक प्रथम वर्ष में पर्यावरण अध्ययन एवं मानव अधिकार की परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाये थे और वे स्नातक स्तर की द्वितीय अथवा तृतीय वर्ष की पर्यावरण अध्ययन की परीक्षा में शामिल हो रहे हैं उन्हें ओएमआर शीट पद्धति से परीक्षा देने की आवश्यकता नहीं हैं. इन विद्यार्थियों की परीक्षा पूर्व की भांति थ्योरी परीक्षा के समान आयोजित होगी. डाॅ. पटेल ने स्नातक स्तर के प्रथम वर्ष के समस्त परीक्षार्थियों को सलाह दी है कि वें पर्यावरण अध्ययन के प्रश्नपत्र की वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के आधार पर तैयारी करें.
उन्होंने बताया कि वस्तुनिष्ठ प्रश्न पत्र में एक-एक अंक के 75 प्रश्न होंगे जिनका उत्तर परीक्षार्थियों को ओएमआर शीट में गोले को भरकर देना होगा. इन ओएमआर शीट का मूल्यांकन कम्प्यूटरीकृत जांच पद्धति से किया जायेगा.

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