Pyelonephritis patient in Aarogyam Hspital

पेट दर्द और पेशाब बंद; आरोग्यम पहुंचा पाइलोनेफ्राइटिस का मरीज

भिलाई. एक 66 वर्षीय मरीज को गत दिनों गंभीर अवस्था में आरोग्यम सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर लाया गया. मरीज को पेट में असहनीय दर्द था, दो दिन से पेशाब बंद था. शरीर पर सूजन साफ दिखाई दे रहा था. नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ आरके साहू की देखरेख में मरीज का तत्काल डायलिसिस करवाया गया. स्थिति संभलने के बाद उनकी जांच की गई. वे पाइलोनेफ्राइटिस और हाइड्रोनेफ्रोसिस से पीड़ित थे.
नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ साहू ने बताया कि 66 वर्षीय दुर्गू राम को काफी समय से पेशाब की दिक्कत थी. धीरे-धीरे पेशाब की मात्रा कम होती चली गई और दो दिन पहले वह पूरी तरह बंद हो गई. इसके साथ ही पेट में असहनीय दर्द शुरू हो गया. भूख मर गई. कुछ खाते ही वह उलटी कर देता. इसके साथ ही हाथ-पैरों में सूजन भी दिखाई देने लगी. जब हालत अत्यंत गंभीर हो गई तो उन्हें आरोग्यम अस्पताल लाया गया.
उन्होंने बताया कि जांच करने पर रक्त में क्रेटिनिन की मात्रा काफी बढ़ी हुई मिली. ब्लड यूरिया भी काफी बढ़ा हुआ था. तत्काल मरीज को एग्रेसिव डायलिसिस पर डाला गया. दो बार डायलिसिस करने के बाद सीटी स्कैन किया गया. पता चला कि उसकी किडनी में पस भरा हुआ है. रोगी पाइलोनेफ्राइटिस (Pyelonephritis) और हाइड्रोनेफ्रोसिस (Hydronephrosis) से पीड़ित था. यह एक बेहद पीड़ादायक स्थिति है जो बैक्टीरिया संक्रमण के कारण होती है. यह किडनी का एक अप्रत्याशित और गंभीर संक्रमण है, जिसमें मूत्रनली का संक्रमण ब्लैडर से होते हुए किडनी तक पहुंच जाता है.
डॉ साहू ने बताया कि यह स्थिति जानलेवा हो सकती है क्योंकि इसमें किडनी में सूजन आ जाती है और स्थायी नुकसान हो सकता है. आपात स्थिति में यूरोलॉजिस्ट डॉ नवीन राम दारूका ने बाइलैटरल स्टेंट डालकर किडनी के प्रेशर को कम करने की कोशिश की. स्टेंट डालते ही मरीज ने लगभग दो लिटर मूत्रत्याग किया. इसके साथ ही पेटदर्द से भी छुटकारा मिल गया. मरीज अब डायलिसिस पर नहीं है तथा यूरिन आउटपुट भी ठीक हो गया है. कुछ ही दिनों में उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी.

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