श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में द्वंद्वों के समाधान पर कार्यक्रम
भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग द्वारा 25 अप्रैल 2025 को नवयुवकों के द्वंद्वों का समाधान विषय पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन एमए चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों द्वारा किया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य नवयुवकों को शिक्षा, करियर, आपसी संबंध, मानसिक स्वास्थ्य तथा सामाजिक जिम्मेदारियों से जुड़े विविध द्वंद्वों को समझने और उनसे निपटने के लिए उचित मार्गदर्शन प्रदान करना था.
कार्यक्रम के अंतर्गत विशेषज्ञों द्वारा जीवन कौशल, निर्णय क्षमता, आत्मनिर्भरता और मानसिक दृढ़ता विकसित करने पर विशेष जोर दिया गया. मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. वंदना सिंह के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को व्यावहारिक सुझाव और प्रेरणादायक उदाहरणों के माध्यम से दिशा प्रदान की गई.
कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अर्चना झा ने अपने उद्बोधन में युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य और सकारात्मक सोच के महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में युवाओं के द्वंद्वों को समझना और उन्हें सही मार्गदर्शन देना अत्यंत आवश्यक है. वहीं, डीन अकादमिक डॉ.जे. दुर्गा प्रसाद राव ने भी छात्रों को आत्मविश्लेषण करते हुए सही निर्णय लेने की प्रेरणा दी तथा शिक्षा के साथ-साथ व्यावहारिक जीवन कौशल विकसित करने पर बल दिया.
कार्यक्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थी, प्राध्यापकगण तथा अतिथि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे. सभी ने इस आयोजन की सराहना की और भविष्य में भी इस तरह के उपयोगी एवं जागरूकता बढ़ाने वाले कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया. कार्यक्रम का समापन आभार प्रदर्शन के साथ हुआ. कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉक्टर कंचन सिंह एवं श्रीमति मीता चुग का विशेष योगदान रहा.