श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में व्यास पूजन समारोह का आयोजन
भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में 5 अगस्त 2025 को व्यास पूजन समारोह का आयोजन श्रद्धा, गरिमा और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के साथ सम्पन्न हुआ. यह आयोजन भारतीय परंपरा में गुरु-शिष्य संबंधों की महत्ता तथा शिक्षा में संस्कारों की भूमिका को रेखांकित करने हेतु आयोजित किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती वंदना से हुआ, जिसके पश्चात प्राचार्या डॉ. अर्चना झा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए सभी अतिथियों, शिक्षकगणों एवं विद्यार्थियों का अभिनंदन किया.
अपने वक्तव्य में उन्होंने भारतीय शिक्षा पद्धति और व्यास पूजन के महत्व पर विशेष प्रकाश डालते हुए कहा कि “शिक्षा केवल ज्ञान नहीं, जीवन जीने की दिशा है, और ऐसे आयोजनों से छात्र संस्कृति और मूल्यों के प्रति सजग होते हैं.”
इसके पश्चात मुख्य अतिथि डॉ. लीना साहू, जिला संगठक बालोद एवं सहायक प्राध्यापिका, माता कर्मा कला, वाणिज्य एवं विज्ञान महाविद्यालय, गुंडरदेही तथा विशिष्ट अतिथि श्रीमती निशा साहू, घनश्याम दास आर्य कन्या महाविद्यालय, दुर्ग ने अपने विचार रखे. उन्होंने गुरु और शिष्य के पवित्र संबंध, भारतीय शिक्षा पद्धति की गरिमा, तथा रीति-रिवाजों को शिक्षा से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने विद्यार्थियों को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहकर जीवन में संस्कार, नैतिकता और संस्कृति को अपनाने का आह्वान किया.
डॉ. शिल्पा कुलकर्णी, एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी, ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ-साथ अपने प्रेरणादायक शब्दों में विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “आज जो भी शिक्षाप्रद बातें मुख्य अतिथियों द्वारा साझा की गईं हैं, उन्हें केवल सुनकर भूल न जाएं, बल्कि उन्हें अपने जीवन में उतारने का प्रयास करें, तभी ऐसे आयोजनों का वास्तविक उद्देश्य पूर्ण होगा.” उन्होंने सभी अतिथियों, प्राचार्या महोदया, शिक्षकगणों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया.
कार्यक्रम का मंच संचालन श्रीमती कांक्षीलता हिरवानी, बॉटनी विभाग द्वारा अत्यंत मर्यादित एवं प्रभावशाली ढंग से किया गया. इस अवसर पर महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्राध्यापकगण, कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.