अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट की अनुकरणीय पहल
माधवी बालिका शिक्षा योजना से 50 छात्राओं की मदद
दुर्ग। अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट ने एक महत्वपूर्ण एवं अनुकरणीय पहल करते हुए सरकारी कालेज में अध्ययनरत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की ग्रामीण छात्राओं की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। ट्रस्ट ने इन छात्राओं का शुल्क जमा कराने के साथ ही उन्हें कालेज बैग भी प्रदान किया। अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट ने ”माता माधवी बालिका शिक्षा सहायता योजना” के तहत छात्राओं की मदद का संकल्प लिया। ट्रस्ट ने इस सत्र में 50 छात्राओं का शुल्क जमा किया और उन्हें कॉलेज बैग भी प्रदान किया। इसके लिए इस सत्र में ट्रस्ट ने 72 हजार रूपये की सहायता की है जो कि अनुकरणीय है।
शासकीय डॉ वा.वा. पाटणकर कन्या महाविद्यालय जिले का सबसे बड़ा कालेज है जहां 2500 छात्राओं में से अधिकांश ग्रामीण अंचल से हैं। महाविद्यालय में संगीत, नृत्य, फाईन आटर््स के विभाग भी संचालित है जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर छात्राएँ अपनी प्रतिभा दिखलाती हैं। अध्ययन शुल्क कम होने के बावजूद अधिकांश निर्धन परिवार की छात्राएँ परीक्षा शुल्क व अन्य शुल्क जमा करने में असमर्थ होती है।
ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बताया कि हम छात्राओं को परीक्षा शुल्क तथा कॉपी, किताब, बैग, कैलकुलेटर के लिए भी सहायता करेंगे जिससे निर्धन वर्ग की छात्राएँ पढ़ाई से वंचित न हों। ट्रस्ट उन छात्राओं की पढ़ाई का भी जिम्मा लेगा जिनके पालक नहीं है या आर्थिक परिस्थितियों से जूझ रहे हैं।
प्रभारी प्राध्यापक डॉ0 डी0सी0 अग्रवाल ने इस योजना की विस्तार से जानकारी दी तथा ट्रस्ट के इस महती कार्य पर प्रकाश डाला।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुशील चन्द्र तिवारी ने अग्रसेन ट्रस्ट और महाविद्यालय के शिक्षकों के प्रयास को अनुकरणीय बतलाया।
इस अवसर पर महाराजा अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट के चेयरमेन विजय अग्रवाल ने कहा कि इस महाविद्यालय की कोई भी छात्रा प्रवेश शुल्क के अभाव में शिक्षा से वंचित नहीं रहेगी तथा भविष्य में महाविद्यालय प्रशासन छात्राओं के हित में जिस तरह का भी आर्थिक सहयोग ट्रस्ट अपेक्षित रखेगा ट्रस्ट द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। ट्रस्ट की ओर से इस कार्यक्रम में रेखचंद अग्रवाल, कमल नारायण रूंगटा, महेन्द्र सक्सेरिया, राधेश्याम मंगल, सत्यप्रकाश बंसल, राधेश्याम अग्रवाल उपस्थित थे।
महाविद्यालय परिवार की ओर से प्राचार्य डॉ सुशील चन्द्र तिवारी ने ट्रस्ट के इस महती योगदान के लिए स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ ऋचा ठाकुर ने किया तथा आभार प्रदर्शन डॉ केएल राठी ने किया।