डॉ हंसा शुक्ला की पुस्तक का विमोचन

‘जीतें मन को-जीतें जहां को’ में हैं मन से संबंधित 27 अध्याय   भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला की पुस्तक ‘जीतें मन को-जीतें जहां को’ … Read More

कठपुतलियों ने दी आदर्श जीवन की सीख

भिलाई। वैलेन्टाइन डे के अवसर पर प्रबुद्ध नागरिक मञ्च एवं राज्य बाल संरक्षण आयोग के संयुक्त तत्वावधान में मातृ-पितृ दिवस का आयोजन किया गया। मैत्रीबाग में हुए इस कार्यक्रम में … Read More

राजिम गंगा आरती घाट का भव्य लोकार्पण

रायपुर। महानदी, पैरी और सोढूंर नदी के संगम पर आज माघ पूर्णिमा के अवसर पर 15 दिवसीय राजिम महाकुंभ कल्प का शुभारंभ हुआ। छत्तीसगढ़ सहित देश भर से आए संत-महात्माओं … Read More

प्रेम उच्च कोटि का आध्यात्मिक मूल्य है

दुर्ग। शासकीय डॉ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हिन्दी साहित्य विभाग द्वारा ”हिन्दी साहित्य में प्रेम अभिव्यक्ति के विविध आयामÓÓ विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन छत्तीसगढ़ … Read More

‘रूहदारी’ ने युवाओं को ललकारा

भिलाई। युवा गीतकार, संगीतकार एवं गायकों से सजी रूहदारी की टीम प्रति रविवार भिलाई के सेन्ट्रल एवेन्यू पर लगने वाली तफरी में एक खास रंग घोल रहे हैं। टीम के … Read More

राजस्थानी जेवण का उठाया लुत्फ

भिलाई। गणतंत्र दिवस की संध्या पर धमधा रोड स्थित जलाराम महेन्द्र वाटिका ने किसी राजस्थानी गांव का स्वरूप धारण कर लिया। विशाल लॉन में दीवान लगे हुए थे जिसपर लोग … Read More

साहित्य में काम नहीं आता आरक्षण, संरक्षण

आदिवासी साहित्यकार सम्मेलन में बोले परदेशीराम भिलाई। प्रख्यात साहित्यकार परदेसी राम वर्मा ने कहा कि साहित्य सृजन के क्षेत्र में आकर सभी बराबर हो जाते हैं। यहां कोई आरक्षण नहीं … Read More

गणपति के आकार में छिपा है गूढ़ ज्ञान

डॉ रक्षा सिंह / भारतीय परिवेश में शिक्षकों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रहा है। प्राचीन गुरूकुल परम्परा में गुरू का स्थान सर्वोच्च था। इस परम्परा में ज्ञान का क्रमश: स्थानांतरण … Read More

कहानी – डाक्टर बाबू

पूरा चेहरा लहूलुहान था। उलझे हुए बाल माथे पर लटक आए थे। खून की लकीरों के बीच से सिर्फ उसकी कातर निगाहें एकटक देख रही थीं – मानो पूछ रही … Read More

कविता : मेरे पापा

बचपन से ही पापा मेरे लिए थे खास। मेरे बचपन का सबसे प्यारा एहसास।। उनकी ऊंगली पकड़कर धीरे-धीरे चलने लगी। अपनी बाते भी थोड़ी-थोड़ी उनसे कहने लगी।। बैठती जब साइकल … Read More

संस्कृत की सद्भावना संस्कृति सराहनीय – पं. हसन खान

हम संस्कृतसेवी कृतज्ञ हैं मुस्लिम पण्डितों के – आचार्य डॉ. शर्मा भिलाई। ‘संस्कृत, हिन्दी और फारसी के कवि और मशहूर नीतिकार अब्दुल रहीम जब संस्कृति, संस्कृत और हिन्दी के कवि … Read More