छत्तीसगढ़ रजत जयंती: बारनवापारा में इंफ्लुएंसर्स का जमावड़ा
रायपुर। छत्तीसगढ़ स्थापना के रजत जयंती वर्ष 2025 के अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यटन बोर्ड 8 से 21 दिसंबर तक प्रदेशभर में 14 विविध पर्यटन गतिविधियों का भव्य आयोजन कर रही है। इसी कड़ी में बलौदा बाजार के बारनवापारा में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स और यूट्यूबर्स के लिए विशेष कार्यशाला का सफल आयोजन हुआ। छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड के हरेली ईको रिसॉर्ट, मोहदा, बारनवापारा में 12 दिसंबर 2025 को आयोजित इस यूट्यूबर्स एवं इंफ्लुएंसर मीट में प्रदेश समेत विभिन्न शहरों से बड़ी संख्या में क्रिएटर्स ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक सुंदरता, वन्यजीव, संस्कृति और पर्यटन संभावनाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करना था। प्रतिभागियों ने हरेली ईको रिसॉर्ट और बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य के आसपास के पर्यटन स्थलों का अवलोकन किया तथा अपने कैमरों से इन्हें रिकॉर्ड कर डिजिटल कंटेंट तैयार करने की रूपरेखा बनाई।
छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की डीजीएम पूनम शर्मा ने इंफ्लुएंसर्स को संबोधित करते हुए कहा कि 8 से 21 दिसंबर तक चल रहे रजत जयंती समारोह में बोर्ड अपने सभी रिसॉर्ट्स, मोटलों और पर्यटन स्पॉट्स पर विभिन्न प्रतियोगिताएं व कार्यक्रम आयोजित कर पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। उन्होंने कहा कि हरेली ईको रिसॉर्ट में यह कार्यक्रम उसी तारतम्य में हुआ। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आपको यहां भरपूर आनंद मिला होगा। यह आयोजन न केवल प्रचार-प्रसार का माध्यम बनेगा, बल्कि हरेली ईको रिसॉर्ट और बारनवापारा अभयारण्य को बढ़ावा देगा।
एक इंफ्लुएंसर ने सफारी की तारीफ करते हुए कहा की करीब दो घंटे की लंबी सफारी में हमें भालू, बाइसन, हिरण और डॉटेड डीयर जैसे कई जानवर स्पॉट करने को मिले। आमतौर पर कहीं ऐसा नहीं होता, लेकिन यहां तो सारी स्पॉटिंग हो गई। बारनवापारा में टाइगर-हाथी मूवमेंट्स को बढ़ावा देने के साथ-साथ लेपर्ड सेंचुरी की दिशा में प्रयास हो रहे हैं। यहां 72 से अधिक लेपर्ड्स की गणना हो चुकी है, जो छत्तीसगढ़ के वन पर्यटन की अपार संभावनाओं को रेखांकित करता है।
एक पत्रकार ने आयोजन के कवरेज के दौरान अनुभव साझा करते हुए कहा, कि मैं कवरेज के उद्देश्य से पहुंचा था, लेकिन हरेली ईको रिसॉर्ट ने उम्मीद से कहीं अधिक प्रभावित किया। बारनवापारा से मेरा पुराना जुड़ाव है, फिर भी हरेली को पहली बार देखना सुखद रहा। जंगल सफारी, बोटिंग और हरियाली भरी शांति ने कवरेज को समृद्ध बनाया। रिसॉर्ट का भोजन घरेलू स्वाद लिए इतना अपनापन लिए था कि लगा जंगल में घर का खाना मिल गया। उन्होंने कार्यशाला की तारीफ करते हुए कहा कि यह सीखने, संवाद और नए चेहरों से मुलाकात का बेहतरीन मंच साबित हुआ।
छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड लगातार प्रयासरत है, ताकि देश-विदेश के पर्यटक छत्तीसगढ़ के उन चुनिंदा अनछुए स्थलों तक पहुंचें। यह आयोजन युवाओं और आम नागरिकों के बीच पर्यटन जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। ऐसे कार्यक्रमों से राज्य का वन्यजीव पर्यटन नई ऊंचाइयों को छूने को तैयार है।
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