अपेक्षा और उपेक्षा दोनों बनते हैं दुख का कारण : डॉ विनय

बोड़ेगांव। अपेक्षा और उपेक्षा दोनों ही पीड़ा के कारण हैं। हमें इनसे दूर रहकर अपने जीवन को श्रेष्ठ बनाना चाहिए। जीवन में उन्नति के लिए निष्ठा, आत्मसम्मान और समय का … Read More