‘छत्तीसगढ़ के परिवेश में अमूर्तन’ प्रो. योगेन्द्र त्रिपाठी के चित्रों की प्रदर्शनी
दुर्ग। चित्रकला में कल्पना एक बड़ा पक्ष होता है जिसमें चित्रकार अपनी स्मृतियों के सहारे धूसर रंगों में सोच को कैनवास पर उतारता है। धूसर रंगों में अमूर्तन को मनोलोक … Read More