कहानी – “दामू गुरू” (दूसरी किस्त) लेखक दिनेश दीक्षित
दामू गुरु ने कहा – ठीक है कल से परीक्षा तक मैं तुम्हे लगतार गणित पढ़ाने आऊंगा। सुबह गुरु नहा – धोकर चक्क कपड़े पहन कर सरपंच के घर की … Read More
 
                         
                     
                     
                         
                     
                     
                         
                     
                     
                         
                     
                     
                         
                     
                     
                         
                     
                     
                         
                     
                     
                         
                     
                     
                         
                     
                     
                         
                     
                     
                         
                     
                     
                         
                     
                    दामू गुरु ने कहा – ठीक है कल से परीक्षा तक मैं तुम्हे लगतार गणित पढ़ाने आऊंगा। सुबह गुरु नहा – धोकर चक्क कपड़े पहन कर सरपंच के घर की … Read More