गु्स्ताखी माफ : आस्था को आस्था ही रहने देते तो अच्छा रहता

आस्था किसी भी तर्क से परे होती है। ईश्वर का रूप चाहे कोई भी हो, यदि उसमें आपकी आस्था है तो है। इसपर कोई सवाल खड़े नहीं किये जा सकते। … Read More