पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने की आवश्यकता है – डॉ सिंह

दुर्ग. शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशाली महाविद्यालय में हिन्दी विभाग के तत्वावधान में ‘साहित्य और पठनीयता की चुनौती’ विषय पर डॉ उ कनक पाठक (मिरजापुर, उत्तर प्रदेश) का व्याख्यान … Read More

जानेश्वरी सिन्हा को “मृणाल पांडे” की कहानियों पर पी.एच.डी

दुर्ग. पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर से जानेश्वरी सिन्हा को हिन्दी विषयांतर्गत मृणाल पांडे की कहानियों में यर्थाथ बोध विषय पर पी.एचडी की उपाधि प्रदान की गई. जानेश्वरी सिन्हा ने … Read More

साइंस कालेज के संवाद कार्यक्रम में पहुंचे अवधी रचनाकार शिवमूर्ति

दुर्ग. शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में हिंदी विभाग के तत्वावधान में 11 अक्टूबर को सुप्रसिद्ध कथाकार श्री शिवमूर्ति (लखनऊ) का कहानी पाठ तथा संवाद का कार्यक्रम आयोजित … Read More

रचनाकार को स्थानीयता में बांधा नहीं जा सकता – डॉ चंद्रकला

दुर्ग। “रचनाकार देश-प्रदेश के किसी भी कोने का क्यों न हो, मूलतः वह रचनाकार ही होता है। उसे स्थानीयता में सीमित नहीं किया जा सकता। साहित्य में समकालीनता काल-विशेष तक … Read More