कुछ भी करो, बस गद्दारी मत करो

sukhwinder singh, youngistan, manish pandeyभिलाई। मशहूर पाश्र्व गायक एवं युवा दिलों की धड़कन सुखविन्दर सिंह ने अपना वायदा निभाया। उन्होंने कहा था कि यंगिस्तान के मंच से वे भिलाई को पागल कर देंगे। सो उन्होंने किया। उन्होंने कहा था कि वे इस मंच से छत्तीसगढ़ी फोक भी पेश करेंगे। उन्होंने यह भी किया। उन्होंने इस मंच से यह भी घोषणा की कि आने वाले समय में मनीष पाण्डेय या यंगिस्तान जो कुछ भी करेगा, उसमें सुखविन्दर को अपने साथ खड़ा पाएगा। उन्होंने कहा कि मैं अब सर्टिफिकेट बनकर यंगिस्तान से ठीक उसी तरह जुड़ गया हूं जिस तरह से मनीष पाण्डेय मेरे साथ जुड़ गए हैं। उन्होंने इस अवसर पर युवाओं का अाह्वान किया कि वे मस्ती करें, जरूरत पड़े तो थोड़ी मारामारी भी करें किन्तु किसी भ कीमत पर देश से गद्दारी न करें।  read more
कार्यक्रम के अतिथि छत्तीसगढ़ के केबिनेट मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने मंच को आशीर्वाद देते हुए इस अवसर पर कहा कि सोच उन्हीं की होती है जिनके दिलों में जज्बा होता है। भिलाई में ऐसी प्रतिभाओं की कमी नहीं है जो बड़ी सोच रखते हैं। यह वह शहर है जो गुणों की खान है। यहां हम न केवल पत्थरों और मिट्टी से लोहा निकालते हैं बल्कि यहां की प्रतिभाएं देश और दुनिया के कोने-कोने तक फैली हुई हैं। मैंने अब तक 32 देशों की यात्राएं की हैं। मैं जहां भी गया हूँ, मुझे भिलाई के नौजवान मिले हैं। हर जगह उन्होंने अंग्रेजी में गर्व के साथ मुझसे कहा है – आइ ऐम फ्रॉम भिलाई। भिलाई की अपनी संस्कृति है।
उन्होंने कहा कि इस मंच का उपयोग मैं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को धन्यवाद देने के लिए भी करना चाहूंगा जिन्होंने भिलाई को आईआईटी की सौगात दी। इससे भिलाई को एक नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि युवा ऊर्जा का भंडार होता है। वह दिशा स्वयं ढूंढ लेता है और दशाओं की परवाह नहीं करता। उन्होंने कहा कि भिलाई शिक्षा का केन्द्र रहा है। जिस तरह रायपुर राजधानी है, राजनांदगांव संस्कारधानी है उसी की तर्ज पर भिलाई अब शिक्षाधानी के रूप में विकसित हो रहा है।
युवाओं की स्वप्न नगरी भिलाई : अभिषेक
राजनांदगांव के युवा सांसद अभिषेक सिंह ने इस अवसर पर कहा कि भिलाई छत्तीसगढ़ की पहचान है। बीएसपी की बात हो, चाहे अन्य परिवेश की बात हो, भिलाई युवा सपनों की नगरी है। इस भिलाई में इंजीनियर्स से लेकर एमबीए के छात्र भविष्य को बेहतर बनाने के लिए पाजीटिव एटीट्यूड के साथ प्रतियोगिता की कोचिंग यहां ले रहे हैं। अब इस शहर को आईआईटी की सौगात मिली है। यह बेहद खुशी की बात है। इससे भिलाई को एक नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि मनीष पाण्डेय विगत चार वर्षों से लगातार प्रतिवर्ष यह आयोजन कर रहे हैं, यह खुशी की बात है। मैं इस आयोजन को देखकर चकित हूं। इतने बड़े आयोजन के लिए मैं अपने युवा साथी मनीष पाण्डेय को तहे दिल से धन्यवाद और बधाई देता हूं।
एआईईईई के लिए फ्री कोचिंग : मनीष
यंगिस्तान के संयोजक मनीष पाण्डेय ने इस अवसर पर कहा कि लोगों में सबसे आगे बैठने की इच्छा होती है। लाइन में भी सबके आगे खड़े रहना चाहते हैं।  परन्तु इतने बड़े आयोजन में यह संभव नहीं है कि सभी सामने बैठें। पर हम इस खुले आकाश के नीचे एक साथ बैठे हैंं। हम साथ साथ हैं। हम सब एक आकाश के नीचे साथ साथ बैठे हैं। उन्होंने सुखविन्दर की प्रशंसा करते हुए कहा कि सुखविन्दर आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है। उनके जैसा बड़ा कलाकार बहुत विरल होता है। देश में तो वे सम्मानित हैं ही विदेशों में भी उनका बड़ा नाम है। यहां तक कि वे आस्कर के लिए नामीनेट हो चुके हैं। ऐसा बड़ा कलाकार हमारे बीच इतनी आसानी से पहुंच गया यह न केवल हमारे लिये सौभाग्य की बात है बल्कि यह यह भी दर्शाता है कि वह कितने बड़े दिल के मालिक हैं। सुखविन्दर को डाउन टू अर्थ बताते हुए उन्होंने कहा कि वे बेहद सरल हृदय हैं और उनके दिल में वतन के लिए प्यार और जज्बा है। वे मनुष्य मात्र से प्रेम करते हैं और उनके बीच रहकर खुशी महसूस करते हैं। श्री पाण्डेय ने इस अवसर पर होटल ग्रांड ढिल्लन के संचालक त्रिलोक सिंह ढिल्लन को भी याद किया। उन्होंने कहा कि यंगिस्तान और सुखविन्दर के बीच उनकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि अप्रैल के बाद यंगिस्तान द्वारा एआईईईई की फ्री कोचिंग दी जाएगी।
मनीष ने मांगा भिलाई का साथ
मंच पर बालक एवं बालिका आश्रम के बच्चों को पेश करने वाले मनीष पाण्डेय ने इस अवसर पर भिलाई से सहयोग की अपील भी की। उन्होंने मंच पर प्रस्तुति देने वाले बच्चों का जिक्र करते हुए कहा कि इन बच्चों के पास अपना कुछ नहीं है। न उनके सिर पर अपनी छत है और न ही माता-पिता का प्यार। वे पूरी तरह सरकार के भरोसे हैं। आश्रम छात्रावास में रहकर अध्ययन कर रहे हैं। सीमित साधनों के बीच आश्रम संचालक उन्हें केवल मीना बाजार तक ही लेकर जा पाते हैं। इन बच्चों के बीच संक्रांति पर जब मैं पहुंचा तो दिल में एक हूक से उठी। इसलिए आज ये बच्चे इस मंच पर हैं। मैं चाहूंगा कि अपनी सहृदयता के लिए मशहूर भिलाई ने जिस तरह से यहां आने वाले सभी लोगों को आत्मसात किया है उसी तरह इन बच्चों को भी अपना प्यार दें। वे उनके साथ कुछ वक्त व्यतीत करें। उनके साथ अपना वक्त और संभव हो तो संसाधन शेयर करें। इन बच्चों को भी वे अपने बच्चों जैसा प्यार दें और उनके सपनों में अपना थोड़ा सा योगदान दें। इससे इन बच्चों की दुनिया बदल जाएगी।
सुखविन्दर – मैं, मेरा ब्रदर और मेरे प्रिय साथी मनीष को धन्यवाद देता हूं। एयरपोर्ट, यंगिस्तान को बहुत स्नेह मिला। आयोजन की बेहद तारीफ की। श्रोताओं की भी प्रशंसा की। आने वाले समय में यंगिस्तान छत्तीसगढ़ ही नहीं भारत का सम्मान बढ़ाएगा। उन्होंने कहा कि वे हमेशा हर कदम पर मनीष पाण्डेय के साथ रहेंगे। एक प्रमाणपत्र की तरह वे हमेशा मनीष और यंगिस्तान के साथ बने रहेंगे। उन्होंने मनीष पाण्डेय को लव बॉय की संज्ञा भी दी। उन्होंने इस अवसर पर होटल ग्रांड ढिल्लन के संचालक त्रिलोक सिंह ढिल्लन की तारीफ करते हुए कहा कि आज मैं यहां हूं तो इसमें उनका भी बहुत बड़ा हाथ है। पहले उन्हीं की वजह से मेरा भिलाई से तार जुड़ा था आज यंगिस्तान और मनीष पाण्डेय की वजह से भिलाई से मेरा नया रिश्ता जुड़ गया है।
सबकुछ करना गद्दारी नहीं करना – सुखविन्दर
सुखविन्दर सिंह ने मंच से युवाओं को मोटिवेट भी किया। उन्होंने कहा कि लाइफ में सबकुछ करना। रोमांस करना, खूब पैसा कमाना, हल्की फुल्की गुंडागर्दी भी करनी पड़े तो करना किन्तु देश के साथ कभी गद्दारी नहीं करना। उन्होंने प्रदेश के केबिनेट मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय की प्रशंसा करते हुए कहा कि हालांकि मेरी राजनीति में कोई रुचि नहीं है किन्तु जिस तरह से पार्टी लाइन से ऊपर उठकर लोग श्री पाण्डेय की तारीफ करते हैं वह दिल को छू जाती है। उन्होंने बताया कि एक बार पीसीसी अध्यक्ष भुपेश बघेल से उनकी चर्चा चल पड़ी थी। श्री पाण्डेय का जिक्र आने पर उन्होंने कहा था कि वे कमाल के आदमी हैं। किसी विरोधी दल के नेता की यह तारीफ पाना ही दर्शाता है कि वे कितने बड़े हैं।
नहीं भूला अपना वादा
इस अवसर पर उन्होंने अपना वादा पूरा करते हुए मंच पर अपने लगभग सभी हिट गीतों को पेश किया। इनमें छइयां छइयां, प्रेम का प्याला पी आया.., अदा ही अदा है.., दरदे डिस्को…, हुड़ दबंग-दबंग.., नशा ही नशा है.., कावां-कावां…, हौले हौले हो जाएगा प्यार…, आदि शामिल थे। यंगिस्तान के मंच पर आने की अपनी स्वीकृति देते हुए उन्होंने मीडिया से कहा था कि इस मंच से वे छत्तीसगढ़ की लोककला को भी प्रस्तुत करने का प्रयास करेंगे। अपनी बातों पर सौ फीसदी खरा उतरते हुए उन्होंने मंच पर छत्तीसगढ़ी नृत्यगीत प्रस्तुत किया। बाद में उन्होंने बताया कि इस नृत्य के लिए उन्हें तथा उनकी टीम को छह दिन तक प्रैक्टिस करनी पड़ी है। अंत में उन्होंने भिलाई के छोटे-छोटे बच्चों को मंच पर बुलाया और उनके साथ चक दे इंडिया पर परफार्म किया। उन्होंने अपनी प्रस्तुति का समापन भारत माता की जय हो… जय हो… मुझसे कोई गलती हुई हो तो माफ करना… जैसी पंक्तियों के साथ किया। इस अवसर पर दुर्ग जिले के प्रभारी मंत्री राजेश मूणत, केबिनेट मंत्री रमशीला साहू, पूर्व मंत्री हेमचंद यादव, नारायण चंदेल, डॉ सलीम राज, दया राम साहू, नवीन केडिया, संजय रूंगटा, सुशील चंद्राकर, अभिषेक मिश्रा, यंगिस्तान के सह संयोजक धीरज शुक्ला, चन्ना केशवलू, अनूप तिवारी, प्रशांत पाण्डेय, गार्गी शंकर मिश्रा, सन्नी रंधावा, पप्पू जैन, अजय भसीन आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
सुखविन्दर की गेंद पर मनीष का सिक्सर
क्रिकेट के जरिए यहां तक का सफर तय करने वाले यंगिस्तान के संयोजक मनीष पाण्डेय के लिए वह परीक्षा की ही घड़ी थी जब सुखविन्दर ने मंच पर ही उनसे बैटिंग करवा दी। मनीष ने पहले तो औपचारिक तौर पर ही बल्लेबाजी की। इस पर सुखविन्दर ने चुटकी ली कि इतना छोटा शॉट! मनीष को जोश दिलाते हुए उन्होंने कहा कि अपने पिता के कद को याद करो और खूब ताकत के साथ शॉट लगाओ। इसके बाद सुखविन्दर मनीष को बॉल डालते रहे और वे खूब जोर जोर से शाट लगाते रहे। उन्होंने मनीष से सिर्फ बैटिंग ही नहीं करवाई बल्कि उनसे – ताल से ताल मिला… गीत भी गवाया और इसी गीत पर मंच पर क्रिकेट का आनंद लिया। इस अवसर पर यंगिस्तान की ओर से शिवजी की प्रतिमा भेंट कर सुखविन्दर का सम्मान किया गया।

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