भिलाई। 26/11 की याद में केएच मेमोरियल के पूर्व छात्र आर के विकास ने अपने मित्र एवं सहयोगी जयदीप की मदद से स्थानीय प्रेस क्लब में एक विशाल रंगोली का निर्माण किया। रंगोली में 26/11 को मुम्बई में हुए हमले के साथ ही शहीदों एवं उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए लोगों का खूबसूरत चित्रण किया गया था। काले फ्रेम में रक्तिमाभ रंगों की खूबसूरत व्यंजना देखते ही बनती थी। [More]
विकास ने बताया कि रंगोली बनाने की प्रेरणा उन्हें अपनी माता आर के रत्ना से मिली। दक्षिण भारतीय होने के कारण उनके घर में रंगोली का बनना आम बात थी। हालांकि दक्षिण भारतीय रंगोली चावल के आटे बनाई जाती है और उसमें केवल सफेद रंग ही होता है किन्तु लकीरों की बारीकियां उसे आकर्षित करती। स्कूल में भी वह चित्रकारी में गहरी रुचि लेता। एक बार तो स्कूल की परीक्षा छोड़कर वह एक चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लेने पहुंच गया था। इसपर स्कूल में एम पुण्यावती रेड्डी मैम ने उसे फटकार भी लगाई थी किन्तु साथ ही चित्रकारी के प्रति उत्साह भी बढ़ाया था। आज वह स्कूल में नहीं है। खैरागढ़ विश्वविद्यालय से बैचलर आफ फाइन आट्र्स की पढ़ाई कर रहा है किन्तु पुण्यावती रेड्डी मैम को वह भूला नहीं है।
विकास का नाम 1020 फीट की रंगोली बनाने के कारण लिम्का बुक ऑफ रिकाड्र्स में दर्ज है। जनवरी में वह गिनीज बुक ऑफ रिकाड्र्स के लिए 25000 वर्गफीट की रंगोली बनाने जा रहा है। इसके लिए उसे एक विशाल प्रांगण की आवश्यकता होगी जहां लोग उसे ऊंचाई से देख सकें। इसकी फोटोग्राफी भी हेलीकाप्टर या ड्रोन से ही करनी होगी। इस रंगोली के लिए वह स्टेडियम का उपयोग करने की सोच रहा है।