7 दिन में उधड़ गया 76 लाख का झंडा
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मंत्रालय के सामने लगवाया गया देश का दूसरा सबसे बड़ा तिरंगा 7 दिन भी गर्मी की मार नहीं झेल पाया। बीती 27 मई की शाम को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा लहराया गया तिरंगा दो दिन पहले ही फट गया था। अब इसे उतार लिया गया है। सरकार और झंडा लगवाने वाला विभाग यह बताने की स्थिति में नहीं है कि अब यह झंडा दोबारा कब फहराया जाएगा। Read more
देश के सबसे ऊंचे झंडों में से एक भोपाल में इस झंडे को लगाने पर सरकार ने कुल 76 लाख रुपये खर्च किये थे। इस झंडे की ऊंचाई 235 फुट थी। यह 90 फुट लंबा और 60 फुट चौड़ा था। एक बड़े समारोह में मुख्यमंत्री ने 27 मई की शाम को इस झंडे को फहराया था। गुरुवार को दिन में झंडे की केसरिया रंग वाले हिस्से की सिलाई उखड़ी हुई नजर आई थी। इस झंडे का रख-रखाव करने वाले राजधानी परियोजना विभाग ने पहले एक स्थानीय दर्जी को बुलाकर झंडे को ठीक कराने की कोशिश की। दर्जी अपनी मशीन लेकर झंडे के खंबे के नीचे पहुंचा तब उसे अहसास हुआ कि यह उसके बूते का काम नही है इसलिए रात में यह झंडा उतरवा लिया गया।
सरकारी कर्मचारी के मुताबिक यह झंडा बेंगलुरु की एक निजी कंपनी ने बनाया है। झंडा दोबारा फिर कब लहराएगा यह बताने की स्थिति में सरकार नहीं है। न ही यह बता पा रही है कि लाखों रूपये की लागत से बना यह झंडा 7 दिन में कैसे फट गया। उल्लेखनीय है कि पहले यह झंडा 26 जनवरी को फहराया जाने वाला था लेकिन सरकारी अड़चनों के चलते 27 मई को इसे मुख्यमंत्री ने फहराया था।