नाटक में झलका दोस्ताना और मां का प्यार

swaroopanand mahavidyalayaभिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में पर्सनालिटी डेवलपमेंट यूनिट द्वारा स्किट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। खेले गए नाटकों में जीवन का सरोकार दिखा। स्वच्छता, दोस्ती और मां के प्यार पर खेले गए इन नाटकों ने दर्शकों को मोहित कर लिया। नाटक प्रतियोगिता में प्रथम आये मनीष उबरानी, प्रभजोत कौर, सरफराज, शीतल मिश्रा, साक्षी तंवर, आनंद आदि ने गंदगी से फैलने वाले रोग के बारे में बताते हुए घर व बाहर स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डाला। Read More
shri swaroopanandaद्वितीय स्थान पर रहे ईशानी दुबे, दिशा जैन, रोबीन देवांगन, शुभम नेवारे, योगिता, तिक्षा मेश्राम ने शेक्सपीयर के नाटक द-मर्चेंट ऑफ वैनिस के माध्यम से सच्ची दोस्ती के महत्व को बताया।
तृतीय स्थान पर रहे मौसमी, अलका, दीप्ति, हंसा, स्वाती, डाली, कौषल्या ने ‘मदर्स लवÓ पर नाटक प्रस्तुत किया जिसमें विद्यार्थियों ने बताया कि बदसूरत होने के कारण बच्चे मां की कैसे उपेक्षा करते हैं पर वहीं मां अपने गहने बेचकर भी बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाती है। सांत्वना पुरस्कार गामिनी एण्ड ग्रुप द्वारा प्रस्तुत ‘गोल्डन प्लेट’ को प्राप्त हुआ।
मुख्य अतिथि एवं निर्णायक डॉ. नीरजा रानी पाठक, प्रो. (अंग्रेजी) विश्वनाथ यादव तामस्कर महाविद्यालय ने महाविद्यालय की सराहना करते हुए कहा तीन महीने तक पी.डी. क्लासेस चलाना और गरिमापूर्ण तरीके से उसका समापन करना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा, जैसे-जैसे हम शिक्षित होते जाते हैं हमारा व्यक्तित्व परिष्कृत होता जाता है।, डॉ. दित्ती अग्रवाल स.प्रा. अंग्रेजी घनश्याम सिंह आर्य कन्या महाविद्यालय कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि एवं निर्णायक के रूप में उपस्थित हुई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्या डॉ. हंसा शुक्ला ने विद्यार्थियों की सराहना करते हुए कहा आज के दौर में इंग्लिश स्पीकिंग स्किल बहुत जरूरी है। हमारी संप्रेषण क्षमता जितनी अच्छी होगी उतना ही हम इन्टरव्यू एवं नौकरी के क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाएंगे। यह प्रतिस्पर्धा का दौर है। शैक्षणिक के साथ गैर-शैक्षणिक गतिविधियों में आगे आना होगा ताकि व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ आत्मविश्वास में वृद्धि हो सके।
संयोजक श्रीमती राखी जंघेल, विभागाध्यक्ष अंग्रेजी ने कहा कि कालेज में व्यक्तित्व विकास की कक्षाएं तीन माह तक चलाई गईं। विद्यार्थियों ने इसमें अभिव्यक्ति कौशल, लिखने, पढऩे, सुनने की क्षमता का विकास एवं सॉफ्ट स्किल सीखा ताकि वे अपने आपको दूसरों के सामने बेहतर ढंग से प्रस्तुत कर सकें व भावी इन्टरव्यू के लिए तैयार हो सकें।
मिसेज एशिया इन्टरनेशल श्रीमती भाष्वती रामपाल ने इन कक्षाओं का संचालन किया। एबीएस फाउण्डेशन के अभिषेक राय, भूषण चिपड़े, श्रीमती नीलम ने मॉक इन्टरव्यू के माध्यम से बच्चों को इंटरव्यू स्किल सिखाए गए। मंच संचालन ईशानी दुबे एवं दिशा जैन ने किया।

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