अनुभव भले नहीं, पर नीयत है साफ : देवेन्द्र
भिलाई। छत्तीसगढ़ के सबसे कम उम्र के महापौर एवं देश के संभवत: दूसरे सबसे कम उम्र के महापौर देवेन्द्र यादव ने कहा कि उनके पास अनुभव भले ही नहीं है किन्तु नीयत साफ है। उन्होंने कहा कि वे सच्चे दिल से लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में आए हैं। वरिष्ठों के आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन में ही उन्होंने यह चुनाव जीता। उन्हें जनता ने प्यार दिया है और वे उनकी उम्मीदों पर खरा उतरकर कर, इसे हमेशा हमेशा बनाए रखने का प्रयास करेंगे। गौरतलब है कि इस चुनाव में जहां भाजपा के महापौर प्रत्याशी को हार का मुंह देखना पड़ा, वहीं उसके केवल 28 पार्षद प्रत्याशी ही जीत पाए। कांग्रेस ने पार्षद के 27 पदों पर जीत दर्ज की जबकि शेष पदों पर निर्दलीय उम्मीदवार विजयी हुए। Read More
देवेन्द्र यादव लंबे अंतर से महापौर पद का चुनाव जीतने के बाद मीडिया से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी जीत है। हमने न केवल कांग्रेस की सीट को बरकार रखा है बल्कि लीड में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी की है। यह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की, युवा जोश की जीत है। मैं पूरी कोशिश करूंगा कि जनता ने जो जनादेश दिया है उसका पूरा सम्मान हो।
उन्होंने कहा कि मेरी पूरी कोशिश होगी कि मैं अंतिम व्यक्ति तक पहुंच सकूं। उनसे पूछकर, उनकी जरूरत के मुताबिक, उनकी जरूरत के आधार पर योजनाएं बनाऊं तथा उनका क्रियान्वयन करूं ताकि उनकी मुश्किलें हल हों, समस्याओं का समाधान हो। उन्होंने कहा कि घोषणा पत्र में लिखी गई प्रत्येक बात को वे मिशन और एम्बिशन के तौर पर लेंगे।
सभापति के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सभापति भी कांग्रेस की ही होगा। यह पार्टी के वरिष्ठ नेता तय करेंगे कि सभापति का चुनाव कैसे हो।
भाजपा की पराजय पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि भिलाई नगर पालिक निगम के क्षेत्र में तीन तीन विधानसभाएं आती हैं तथा सभी में भाजपा के विधायक हैं। इसलिए भी यह जीत बड़ी हो जाती है। सत्ता पक्ष के तीन तीन विधायकों के रहते हुए भी जनता की परेशानियां दूर नहीं हुईं, जनता ने इसीके विरोध में जनादेश दिया है। भाजपा ने चुनाव के दौरान प्रशानिक मशीनरी का दुरुपयोग किया, मगर जनादेश इतना भारी था कि भाजपा के सभी प्रयास धरे रह गए।
कुशासन व झूठ के खिलाफ जनादेश
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि यह युवाओं की मेहनत का परिणाम है। यह जो फैसला आया है, यह भाजपा के खिलाफ जनता का फैसला है। भारतीय जनता पार्टी के कुशासन का नतीजा है। चाहे युवा वर्ग हो, किसान हो, आम जन मानस हो, सब त्रस्त हैं। झूठे वादे करती है भारतीय जनता पार्टी। प्रदेश के मुखिया की कथनी और करनी में अंतर है। वे और उनके विधानसभा में कुछ बोलते हैं और मैदानी हकीकत कुछ और होती है। आम मतदाताओं का उन्होंने हक छीन लिया। राशन कार्ड, समेकित कर, संपत्ति कर बढ़ा दिया, बिजली दर बढ़ा दिए, किसान आत्महत्या कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन का कहीं पता नहीं चलता। चारों तरफ अराजकता का माहौल है।
उन्होंने कहा कि एक दौर था जब प्रत्याशी को डेढ़ दो महीने का वक्त मिलता था किन्तु अब वक्त बदल गया है, दौर बदल गया है। प्रत्याशी को अब केवल 10-12 दिन ही मिल पाते हैं। जिन लोगों ने काम किया उन्होंने रिजल्ट भी दिया। जिन लोगों ने नुकसान पहुंचाया, हमने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। मैं तो यहां कार्यकर्ताओं की मेहनत बटोर रहा हूं।
भारतीय जनता पार्टी इस पूरे चुनाव के दौरान आपसी लड़ाई में उलझी रही। यहां तक कि चुनाव संचालक ने इस्तीफा दे दिया। पार्टी में अफरा तफरी मची रही। पर हमने युवा प्रत्याशी को मौका दिया। पूर्व साडा उपाध्यक्ष बृजमोहन सिंह की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि उन्हें पहले मेरे और मेरे रिश्तेदारों के बारे में जान लेना चाहिए। मुकेश चंद्राकर चंदूलाल अस्पताल के डायरेक्टर एमपी चंद्राकर का साला है। वह मेरे समधी का भतीजा नहीं है। मैंने अपने राजनीतिक जीवन में कभी परिवार वाद को बढ़ावा नहीं दिया और न ही कभी दूंगा। उल्लेखनीय है कि बृजमोहन सिंह ने मुकेश चंद्राकर के बारे में कहा था कि वह भूपेश का चचेरा भतीजा है और उसे वह वैशाली नगर से विधायक बनाना चाहते हैं।
यह एकजुटता की जीत : ताम्रध्वज
सांसद ताम्रध्वज साहू ने कहा कि इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के विरोध में पूरा माहौल देखा गया। मैं बहुत स्पष्ट कहना चाहूंगा कि देवेन्द्र यादव की जीत कार्यकर्ताओं व कांग्रेस पदाधिकारियों के उत्साह और एकजुटता का ही परिणाम है। भाजपा ने सिर्फ कुशासन, झूठे वादे ही जनता को दिए, सिर्फ चुनाव जीतने के लिए। जनता ने भारतीय जनता पार्टी के भ्रम को तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि जब ये चुनाव लड़ रहे थे तो हमने उनसे केवल इतना कहा था कि वे लोगों के साथ अधिक से अधिक मेल मुलाकात करें और बैठकें करें। चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि आदमी चाहे काला हो या गोरा हो, उसे सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पंजा पर जोर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दुर्ग जिले में जामुल और भिलाई तथा बेमेतरा जिले में मारो का चुनाव जीता।
यह कांग्रेस की बड़ी जीत : वोरा
अरुण वोरा ने कहा कि जामुल की पालिकाध्यक्ष सरोजिनी चंद्राकर व नगर पालिक निगम भिलाई के युवा महापौर देवेन्द्र यादव की जीत कांग्रेस की बड़ी जीत है और पूरे प्रदेश में कांग्रेस की लहर चल पड़ी है। भाजपा के तमाम वादों से सभी खफा हैं। मतदाताओं ने कांग्रेस पर विश्वास की मुहर लगाई है। देवेन्द्र यादव को उनकी जीत पर दिल्ली से अखिर भारतीय कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा ने भी बधाई दी है।
मन से मैं जीता, मत से कोई और
वशिष्ठ नारायण मिश्र ने कहा कि वे कभी भाजपा के सदस्य नहीं रहे। प्रेम प्रकाश पाण्डेय उनके बड़े भाई हैं जिस अधिकार को वे कभी छीन नहीं सकते। उन्होंने कहा कि यह जो परिणाम आया है, वह भिलाई को 20 वर्ष पीछे ले गया है। पांच वर्ष के कार्यकाल में दो वर्ष तो उन्हें समझने में लग जाएंगे। 70 वार्डों को समझने में उसे 70 महीने लग जाएंगे। 15 वर्षो पहले हमने पौधा लगाया था। अब वह पेड़ बन गया है। आने वाले वर्ष बताएंगे कि वह कितनी छांव और कितने फल देता है। मन से मैं जीता, मत से कोई और। जीते हुए मत को मन के साथ लेकर चलूंगा। क्षेत्र की जनता के लिए संघर्ष करता रहूंगा।
पटरी के दोनों तरफ दर्ज की जीत
रिकेश सेन ने कहा कि वे दो बार पटरी के इस पार और दो बार पटरी के उस पार से पार्षद चुने गए हैं। वैशाली नगर में उन्होंने नया पौधा रोपा है। भारतीय जनता पार्टी की हार के लिए पूरा संगठन जिम्मेदार है। निगम कैसे चलाना है यह अभी लोगों को सीखना पड़ेगा।
जनता का विश्वास जीतें
रायपुर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष विकास उपाध्याय ने गला लगाकर देवेन्द्र को जीत की बधाई देते हुए कहावे जनता का विश्वास जीतने की कोशिश करें और उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दें। यह कहते हुए उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए।
युवा कार्यकर्ताओं ने लगाए नारे
देवेन्द्र यादव की जीत की खुशी में एनएसयूआई के छात्रनेता एवं कार्यकर्ता खुशी से झूम उठे। उन्होंने जमकर आतिशबाजी की और रंग गुलाल से पूरे माहौल को रंगीन बना दिया। इनमें जिला कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत बंजारे, पूर्व विधायक भजन सिंह निरंकारी, पूर्व महापौर नीता लोधी, पूर्व विधायक बीडी कुरैशी, प्रतिमा चंद्राकर, महेश जायसवाल, अतुल चंद साहू, केएस बेदी, पूर्व महापौर दुर्ग आरएन वर्मा, गनी खान, तुलसी साहू, धर्मेन्द्र यादव, वायके सिंह, इरफान खान, एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष सुमित पवार, आदित्य सिंह, अभिषेक मिश्रा, एकांश बंछोर, बालाजी अग्रवाल, अतुल श्रीवास्तव, आमिर सिद्दीकी सहित कई लोग शामिल थे।