स्वरूपानंद के बच्चों ने सीखी उद्यमिता
भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको में पंाच दिवसीय उद्यमिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. (श्रीमती) हंसा शुक्ला ने की। कार्यक्रम में 40 विद्यार्थियों का चयन किया गया जिसमें 8 विद्यार्थियों के पांच ग्रुप पायथन, टाइगरस, कैटरपिलर, मंकी, जैकल बनाये गये। प्रथम दिवस में स.प्रा. डॉ. आरपी अग्रवाल रासेयो प्रभारी कल्याण महाविद्यालय रहे। उन्होंने लघु स्तर से प्रारंभ होने वाले व्यवसाय एवं उनकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, स्वरोजगार आज के समय में बहुत आवश्यक है क्योंकि प्रतिस्पर्धा के दौर में सभी शिक्षितों को रोजगार मिलाना संभव नहीं है। इसलिए युवा वर्ग को उद्यमिता की ओर अग्रसर होना होगा। Read More
कार्यक्रम के दूसरे दिन डॉ. अनिल सिंग निर्देशक अमृता इंडस्ट्रीज मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने आम जनता की जरूरतों को देखते हुए स्वरोजगार शुरू होने की बात कही। उन्होंने कहा, आज के युग में जिन वस्तुओं एवं सुविधाओं की कमी है हमें उन्हीं के आधार पर अपना व्यवसाय आरंभ करना चाहिए। जिस तरह स्कूल, कालेज कैंपस में फोटोकापी और प्रिंटर की सुविधाओं का अभाव होता है तो ऐसे स्थानों का चयन करके हमें अपना स्वरोजगार शुरू करना चाहिए।
जब कोई व्यक्ति नौकरी करता है तो वह एक शासक के अधीन होता है लेकिन जब वह व्यवसाय करता है तो वह स्वयं का बास होता है। उन्होंने कहा कि कंपनी कर्मचारी को सारी सुविधाएं देती हैं किन्तु उसकी आजादी छीन कर उसे एक मशीन बना देती है जो आदेश पर काम करता है।
कार्यक्रम के तीसरे दिन अरूण कुमार निगम ब्रांच मैनेजर, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, हास्पीटल एरिया ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना तथा सूक्ष्म इकाई विकास पुनर्वित्तीय सहायता योजना के बारे में बताया।
कार्यक्रम के चौथे दिन ओपी भद्रकरिया मुख्य प्रबंधक और श्री बघेल प्रबंधक डी.आई.सी दुर्ग ने उद्योगों को सरकार द्वारा दी जाने वाली बुनियादी सुविधाओं की जानकारी दी।
पांच टीमों के बीच प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें मंकी ग्रुप करण अरोरा, शाइनी जोसेफ, सुष्मिता जोशी, पूनम सिंग, दिती, शालिनी और गौरव गयाली को बेस्ट इंटरप्रीनियरशिप अवार्ड दिया गया।
कार्यक्रम के अंतिम दिन राजेश सांखला सी.ई.ओ. कोर फैब इंडस्ट्रीज और अनील बल्लेवार ग्राम खादी उद्योग, दुर्ग ने सफल उद्यमी बनने के लिए सुझाव दिए। श्री सांखला ने बाजार में होने वाले रिस्क फैक्टर से अवगत कराया। उन्होंने कहा, जब हम व्यवसाय करते हैं तो नई चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए और सही समय का इंतजार करना चाहिए।
श्री अनिल बल्लेवार ने मार्केटिंग पर जोर दिया क्योंकि प्रोडक्ट कितना भी अच्छा हो उसकी मार्केटिंग न की जाये वह प्रचलित नहीं होता। कार्यक्रम के अंतिम दिन सभी विद्यार्थियों ने ग्रुप में अपना बिजनेस प्लान प्रस्तुत किया।
पायथन ग्रुप ने ऑन लाइन किराना स्टोर खोलने और दैनिक जीवन की सेवाओं से संबंधित स्वरोजगार का संदेश दिया।
टाइगर्स ग्रुप ने गंगा मिनरल्स वाटर के प्लांट स्थापित करने और इसके द्वारा अपने आस-पास के दूसरे बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करने का सुझाव दिया।
जैकल ग्रुप ने पैकर्स और मूवर्स की बुनियादी सेवा के क्षेत्र में अपना मत रखा। इस प्रकार वो सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में अपना व्यवसाय प्रचलित कर सकते हैं।
कैटरपिलर ग्रुप के द्वारा बुटिक सेंटर से व्यवसाय प्रारंभ करने और अलग-अलग वैरायटी के कपड़े कम दरों पर उपलब्ध कराने का प्लान बताया। ग्रुप में मौसमी डहरे और स्वाती देशमुख को बेस्ट बिसनेस प्लान का अवार्ड मिला।
मंकी ग्रुप के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों जहां बिजली का आभाव होता है वहां पर सोलर पैनल स्थापित करने का प्लान बताया।
प्राचार्या डॉ. (श्रीमती) हंसा शुक्ला ने कहा कि आज के युग में केवल तकनीकी शिक्षा ही आवश्यक नहीं है इसके साथ-साथ ही हमें पाठयेत्तर कार्यक्रम में रूचि दिखानी होगी क्योंकि सभी युवाओं को नौकरी मिलना संभव नहीं है इसलिए अभी का समय व्यवसाइयों का है तो हमें स्वरोजगार की ओर अग्रसर होना होगा। उन्होंने कहा कि आवश्यकता के अनुसार अपना स्वरोजगार का चयन करना चाहिए और अपनी इच्छाशक्ति को मजबूत करते हुए अपने लक्ष्य की और अग्रसर होना चाहिए।
कार्यक्रम में मंच संचालन स.प्रा. मनोज पांडेय कम्प्यूटर साइंस और धन्यवाद ज्ञापन योगेश देशमुख स.प्रा. बायोटेक्नोलाजी ने दिया और कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष योगदान रहा।