29 में से 11 बच्चों को हृदय सर्जरी की जरूरत

शासन की चिरायु टीम ने किया था चिन्हांकित, अपोलो बीएसआर की टीम ने किया सहयोग
chirayu-yojanaभिलाई। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, चिरायु अंतर्गत चिन्हांकित 29 में से 11 बच्चों को हृदय की सर्जरी के लिए चिन्हांकित किया गया है। 6 अन्य बच्चों के भी हृदय में छेद है किन्तु छेद का आकार छोटा होने के कारण उन्हें फिलहाल नियमित परीक्षण की सलाह दी गई है।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत इन बच्चों को बेमेतरा जिले के शासकीय स्कूल एवं आंगनबाड़ी में जांच के दौरान चिन्हांकित किया गया। ये बच्चे सामान्य खेलकूद में भी बहुत जल्द थक जाते थे और कमजोरी महसूस करते थे। ऐसा हृदय की दीवार में छेद होने के कारण हो सकता था। इन बच्चों की उच्च स्तरीय जांच के लिए अपोलो बीएसआर अस्पताल की टीम की मदद ली गई। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ रजनीष पाण्डे एवं तकनीशियनों की टीम अत्याधुनिक उपकरणों के साथ वहां पहुंची और इको कार्डियोग्राफी से बच्चों की जांच की। इनमें से 17 बच्चों के हृदय में छेद का पता लगा। इनमें से 6 बच्चों के हृदय के छेद छोटे थे जिनके समय के साथ बंद होने की संभावना रहती है। उन्हें नियमित जांच कराने की सलाह दी गई। 11 बच्चों की सर्जरी का सुझाव दिया गया। इनमें से भी चार बच्चों साजा की 9 साल की लोकेश्वरी, बेमेतरा के 14 साल के शिशुपाल, जुनवानीकला के 3 वर्षीय अंशु एवं नवागढ़ की 11 वर्षीय लावन्या को तत्काल सर्जरी की जरूरत बताई गई है। इन बच्चों की सर्जरी शासन द्वारा निर्देशित अस्पतालों में की जाएगी।

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