पाताल भैरवी मंदिर में मिलता है जड़ी बूटियों वाला प्रसाद
रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में देवी का एक ऐसा मंदिर हैं जहां प्रसाद के रूप में खीर दी जाती है। इस खीर के बारे में कहा जाता है कि इसे खाने से भक्तों के कई तरह की बीमारियों से ढुटकारा मिल जाता है। दरअसल प्रसाद के लिए बनने वाली इस खीर को बनाने का एक अलग ही तरीका है। राजनांदगांव राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित इस मंदिर में छत्तीसगढ़ के कोने-कोने से लोग दर्शन करने और खासकर माता का प्रसाद लेने आते हैं। ये मंदिर है पाताल भैरवी की जिनकी प्रतिमा जमीन से 16 फीट नीचे है। रौद्र रूप में ये प्रतिमा 15 फीट ऊंची और 11 टन वजनी है। यहां नवरात्रि में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगती है।
यहां पहाड़ों पर उगने वाली खास जड़ी-बूटी डालकर खीर बनाई जाती है। यही खीर लोगों को प्रसाद के रूप में बांटी जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस खीर को खाने से दमा, अस्थमा और श्वांस से जुड़ी कई बीमारियां ठीक हो जाती हैं। इसलिए यहां इन बीमारियों से पीडि़त श्रद्धालुओं की हजारों में आमद रहती है।
ये मंदिर पुराणों के आधार पर बनाया गया है। जमीन के नीचे गर्भगृह में मां पाताल भैरवी की प्रतिमा है। पौराणिक मान्यताओं के आधार पर ही हनुमान जी और भैरव बाबा की प्रतिमा भी विराजित की गई है। सिद्ध पीठ के दूसरे तल में देवी लोक बनाया गया है जहां दश महाविद्या स्थापित हैं।