खेल में भी है अच्छा करियर, लड़कियों को भी करें प्रोत्साहित : चौहान
इंदू आईटी स्कूल में वार्षिकोत्सव सारंग-2018 सम्पन्न
भिलाई। इंदू आईटी स्कूल के वार्षिकोत्सव को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित करते हुए पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर राजेश चौहान ने कहा कि खेलों में भी अच्छा भविष्य है, नौकरियां हैं। इस क्षेत्र में लड़कियों को भी आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कक्षा ग्यारहवीं से लेकर ग्रेजुएशन तक के 5 वर्ष आपके जीवन के आने वाले 50 वर्षों का भविष्य तय कर देते हैं। इस अवसर पर पीटीए अध्यक्ष वी नरसिम्हन, संस्था के सचिव सारंग उमक, डायरेक्टर एसएम उमक, मीनल उमक, यशोवर्द्धन उमक, प्राचार्य आलोक श्रीवास्तव, माताजी श्रीमती इंदू उमक, पिता मधुकर राव गणपत राव उमक, एसएमसी सदस्य श्री गौतम, डांस प्रभारी गोपाल नायक भी उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि श्री चौहान के सम्मान में बतौर टेस्ट क्रिकेटर उनकी यात्रा पर एक चलचित्र का प्रदर्शन भी किया गया। इसमें कराची का वह टेस्ट भी शामिल था जिसमें एक शानदार छक्का जड़कर श्री चौहान ने भारत को विजयी बनाया था। इस चलचित्र को देखकर श्री चौहान भावुक हो गये।
श्री चौहान ने कहा कि तेजी से बदलते दौर में अवसरों को पहचानने की जरूरत है। आज यदि हम रोजगार की ही बात करें तो खेल आपको अच्छा रोजगार दे सकता है। आज क्रिकेट की पिच बनाने वाले क्यूरेटर की सैलरी डेढ़ लाख रुपए के आसपास होती है। खिलाड़ियों को भी 40-50 हजार रुपए की नौकरियां मिल जाती हैं। ऐसे अनेक खिलाड़ी हैं जो आगे चलकर आईएएस या आईपीएस अधिकारी बन गए। खेल आपको शारीरिक एवं मानसिक तौर पर फिट बनाते हैं। खेल आपको विपरीत परिस्थितियों में जूझना सिखाता है। यदि खेल और करियर दोनों एक हो जाए तो सोने पर सुहागा हो जाता है।
आॅस्ट्रेलिया से अपनी मास्टर्स की डिग्री लेकर लौटे यशोवर्द्धन उमक ने बताया कि उनके पिता ने स्कूल को अच्छे से चलाया, अब वे उनके पदचिन्हों पर चलते हुए इसे नया आयाम देने की कोशिश करेंगे। उन्होंने राजेश चौहान के साथ बिताए हुए पलों का उल्लेख करते हुए कहा कि पहली बार क्रिकेट में कोई अवार्ड मिला था और वह भी श्री चौहान के हाथों। उन्होंने बताया कि श्री चौहान से उन्होंने क्रिकेट की कई बारीकियां सीखीं पर एक चोट के कारण उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा।
अपनी भावी योजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि स्मार्ट जमाने के साथ कदमताल करते हुए इंदू आईटी स्कूल ऐप लांच किया गया है। यह ऐप प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। इस ऐप के जरिए पालक लगातार स्कूल से जुड़े रह सकते हैं। बच्चे के अटेंडेंस से लेकर उसकी परीक्षा एवं मार्क्स तक की जानकारी ऐप पर मिल जाएगी।
यशोवर्द्धन ने पालकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों पर अन्यथा दबाव न बनाएं। मछली को पेड़ पर चढ़ाकर उसकी क्षमता का आकलन न करें। बच्चे को अपनी काबीलियत के अनुसार आगे बढ़ने दें तो वह ऊंचाइयों तक जा सकेगा।
इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें प्रायमरी से लेकर हायर सेकण्डरी स्कूल तक के बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं।
पुरस्कार वितरण समारोह में प्रावीण्य सूची में आने वाले बच्चों एवं उनके पालकों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही वर्ष भर आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया।












